मुंबई: बैकों को करोड़ों रुपये का चूना लगाकर भागे विजय माल्या पर शिकंजा कसने के लिए फिर से कवायद शरू हो गई है. ताजा मामले में विजय माल्या के खिलाफ कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी किया है.
किंगफिशर एयरलाइंस और IDBI बैंक के 900 करोड़ रुपए के लोन मामले में लिकर किंग विजय माल्या के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी किया है. इस वारंट को इनफोर्समेंट डिपार्टमेंट (ED) की ओर से दायर की गई चार्जशीट पर सुओ मोटो लेते हुए जारी किया है.
9000 करोड़ रुपए का कर्ज
हालांकि ये पहली बार नहीं है जब माल्या के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया है. इससे पहले भी माल्या के खिलाफ सीबीआई नॉन बेलेबल वारंट जारी कर चुका है. जानकारी के मुताबिक माल्या पर अलग-अलग बैंकों का 9000 करोड़ रुपए का कर्ज है. ताजा मामले में PMLA कोर्ट ने माल्या के खिलाफ 5000 पेज की चार्जशीट दाखिल की है.
दूसरी तरफ ईडी ने भी माल्या के खिलाफ नई अर्जी दाखिल की है. रिपोर्ट्स के मुताबिक बीते महीने ब्रिटेन के वेस्टमिंस्टर कोर्ट में माल्या के प्रत्यर्पण को लेकर सुनवाई हुई थी. जिसके बाद अब अगली सुनवाई 6 जुलाई को होनी है. जिसमें माल्या की भी पेशी होनी है. वहीं माल्या को कोर्ट से 4 दिसंबर तक जमानत मिली हुई है.
बता दें कि माल्या 2 मार्च 2015 से ही लंदन में हैं. PMLA से जुड़े एक मामले में मुंबई की स्पेशल कोर्ट माल्या को भगोड़ा भी घोषित कर चुकी थी. इसके अलावा माल्या का पासपोर्ट भी रद्द किया जा चुका है.
बता दें कि भगोड़े विजय माल्या के उपर भारतीय बैंकों से 9 हजार करोड़ रुपये लेकर भागने का आरोप है. किंगफिशर एयर लाइंस कंपनी के मालिक विजय माल्या ने इसी के नाम से बैकों के 9 हजार करोड़ रुपया लोन ले रखा था. बैंकों की ओर से बार-बार नोटिस भेजे जाने के बाद भी उन्होंने पैसा वापस नहीं किया.
जब उनके खिलाफ गिरफ्तारी की तलवार लटकने लगी तो वह विदेश भाग गए. बताया जा रहा है कि लंदन की जिस वेस्टमिंस्टर कोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी का आदेश सुनाया है वहां उनको गिरफ्तार करने के बाद जल्द ही पेश किया जाएगा.