नई दिल्ली: इस वक्त हिंदुस्तान मुसीबत की बारिश और तबाही की बाढ़ से घिरा हुआ है. बारिश और बाढ़ के बीच ही सब्जियों के दाम आसमान छूने लगे हैं. हरी सब्जियों के दाम में आग लगी है. टमाटर 100 रुपये किलो मिल रहा है.
धनिया पत्ती 200 रुपये किलो तक बिक रही है. आलम ये है आम आदमी थैला भर सब्जी खरीदने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा. गरीबों की थाली में बस रोटी बच गई है. क्योंकि सब्जी तो महंगाई डायन ने गटक ली है.अरे भई कब तक नचाएगी महंगाई डायन ? कौन है ये महंगाई डायन ?
जो दिखती नहीं बस नोचती है, खसोटती है. बार-बार आम लोगों का बजट बिगाड़ देती है.बरसात के मौसम में टमाटर बाहुबली हो गया है. तोरई तेवर दिखा रहा है, मिर्च के तो तेवर और भी तीखे हैं. सारी हरी सब्जियां रईस हो गई हैं. जरा थैला लेकर सब्जी की दुकान तक तो पहुंचीए.
टमाटर के भाव पूछेंगे तो किलो का हिसाब गड़बड़ा जाएगा. पाव से ज्यादा खरीदने की हिम्मत नहीं होगी. गोभी, शिमला मिर्च, लौकी और भिंडी के दाम पूछेंगे तो सिर चकरा जाएगा. धनिया पत्ता तो 200 रुपये किलो तक पहुंच गया है. ऐसी कोई सब्जी नहीं, जो आसमान से बातें ना कर रही हों.
सब्जी पर संग्राम मचा है. दिल्ली से लखनऊ तक और पटना से पंजाब तक. इंडिया न्यूज़ ने शहर-शहर में सब्जियों के दाम की बड़ी पड़ताल की है. सबसे पहले बात राजधानी दिल्ली की है. 15 दिन पहले दिल्ली में टमाटर 20 रुपये प्रति किलो बिक रहा था.
अब 80 रुपये किलो मिल रहा है. 30 रुपये किलो मिलने वाली गोभी 60 रुपये किलो बिक रही है. 25 से 30 रुपये किलो वाली शिमला मिर्च 60 रुपये किलो, 30 रुपये वाली भिंडी 40 रुपये और 20 रुपये किलो वाली लौकी 30 रुपये किलो मिल रही है.
कहीं मॉनसून से पहले की बारिश तो कहीं मॉनसून की शुरुआती बारिश से ही मौसमी सब्जियां बर्बाद हो रही हैं. थोक बाजार की तुलना में खुदरा बाजारों में इनके दाम में और भी ज्यादा बढ़ोतरी हुई है. चंडीगढ़ में महज़ एक हफ्ते में सब्जी की कीमत में 40 फीसदी तक उछाल आया है.