नई दिल्ली: प्रश्नकाल में आज सवाल 5 लाख करोड़ के खज़ाने का पद्मनाभ स्वामी मंदिर को आप भूले नहीं होंगे. जहां सौ नहीं, हज़ार नहीं बल्कि लाखों करोड़ का खज़ाना है. ऐसा खज़ाना जिसके बारे में पता चला तो अच्छे अच्छे के पैरों तले ज़मीन निकल गई और जिसकी हिफाज़त करने में लगे 200 से ज्यादा पुलिस वालों लगे हुए हैं.
आज प्रश्नकाल में सवाल पद्मनाभ के करोड़ों के खजाने का क्यों ऐसा क्या हुआ कि हमें सवाल पूछने पर मजबूर होना पड़ा क्यों हम 5 लाख करोड़ के तराजू घोटाले का ज़िक्र करनेवाले हैं.
ये सोने की बालियां गिनते-गिनते थक जाएंगे आप, ये कमरबंद शुद्ध सोने का है. इस एंटिक कमरबंद की कीमत बाजार में आंकी ही नहीं जा सकती. क्योंकि ये अमूल्य है. ठीक इसी तरह से आभूषणों की भरी ये गगरी. ये पुराना संदूक है जिसमें सिर्फ हीरे-जवाहरात ही भरे हुए हैं. और ऐसी सिर्फ एक गगरी नहीं, एक संदूक नहीं. संदूकों का सिलसिला . ये सब किसका है जानते हैं ?
धरती पर मौजूद सबसे अमीर मंदिर का और उस अमरी मंदिर के स्वामी कौन हैं भगवान पद्मनाभ यानी साक्षात विष्णु पद्मनाभ सिर्फ स्वामी ही नहीं बल्कि राजा भी हैं. जैसे ये शालीग्राम की लेटी मूर्ति अकेली है. वैसे ही पद्मनाभ का खजाना भी अनमोल है. दुनिया में इतना खजाना किसी मंदिर ट्रस्ट या धार्मिक ट्रस्ट के पास नहीं.
इस खजाने में 1 लाख करोड़ का तो खाता-बही मौजूद है. वैसे सातवां तहखाना खुलना बाकी है. जिसके खुलते ये 1 लाख करोड़ 5 लाख करोड़ में बदल जाने का अनुमान है. कहते हैं इस अनमोल खजाने की रखवाली भी अनोखी है. इसका रखवाला कोई और नहीं शेषनाग खुद हैं.
मान्यता के मुताबिक ये वही शेषनाग हैं जिस पर आसन जमाए विष्णु विराजमान होते हैं. पिछले 1017 साल से इसी शेषनाग के भय से खरबों का ये खजाना बचा रहा है. हालत ये है कि देखते-देखते इस अनमोल खजाने से हीरे-जवाहरात गायब होते जा रहे हैं. पहले 189 करोड़ के सोने के खजाने की डंडी इस मंदिर की देखभाल करने वाले और ट्रस्टियों ने मार ली.
अब नया बवाल ये उठ खड़ा हुआ है कि विष्णु की मूर्ति के मुकुट में लगे 8 प्रचीन हीरे गायब हो गए. ये हीरे अनमोल हैं क्योंकि ये पद्मनाभ यानी विष्णु के मुकुट में थे. इनकी कीमत कौई जौहरी लगा दें ये उसके बस का नहीं. इन हीरों के गायब होते ही पद्मनाभ के खजाने की देखभाल करने में लगे 200 से अधिक पुलिसवालों के हाथ-पांव फूले हुए हैं. मामला देश की सबसे बड़ी अदालत में पहुंच गया है.