नई दिल्ली: सैलाब की बूंद-बूंद और लहर-लहर कहर साबित हो रही है. जिंदगी बचाने वाला पानी जब सैलाब की शक्ल लेता है. तो पल भर में कैसे जानलेवा हो जाता है. इस रिपोर्ट में देखिए समंदर के ऊपर हेलीकॉप्टर मंडरा रहा है. ये हेलीकॉप्टर समंदर के ऊपर लगातार चक्कर काट रहा है.
हवा में हेलीकॉप्टर से समंदर में डूबे मछुआरों की टोह लेने की कोशिश की जा रही है. तो जमीन पर दूरबीन से समंदर में दूर-दूर तक जिंदगिंयों की तलाश की जा रही है. कोस्टगार्ड के इस हेलीकॉप्टर की तलाश अब तक नाकाम है. क्योंकि अरब सागर में गुम दो जिंदगियों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है.
हेलीकॉप्टर में कोस्टगार्ड की रेस्क्यू टीम भी मौजूद है. जिसके सदस्य रस्सी के सहारे समंदर में गोते भी लगा रहे हैं. लेकिन नतीजा सिफर है. दरअसल, पुलिस को समंदर में दो मछुआरों के डूबने की सूचना मिली. बताया जा रहा है कि मछुआरों की नाव समंदर के अंदर ही टूट गई.
ऐसे में नाव पर सवार दो मछुआरे तैर कर किनारे आ रहे थे. तभी अचानक वो समंदर के अंदर लापता हो गए. इस हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस ने कोस्टगार्ड से मदद मांगी.और कोस्टगार्ड की टीम ने बिना देर किए हुए हेलीकॉप्टर और अपने गोताखोरों के जरिए समंदर में लापता मछुआरों की तलाश शुरू कर दी.
देखिए, एक तरफ आसमान में हेलीकॉप्टर उड़ रहा है. तो दूसरी तरफ जमीन पर समंदर किनारे पुलिस की टीम भी मौजूद है. समंदर में समाईं दो जिंदगियों की तलाश की ये तस्वीरें मुंबई के गिरगांव चौपाटी की हैं.सवाल उठता है कि तैराकी में माहिर मछुआरे अचानक समंदर में कैसे गुम हो गए ?
फिलहाल, मुंबई पुलिस और कोस्टगार्ड की टीम इस गुत्थी को सुलझाने में जुटी है. अब मुंबई से सटे पालघर जिले की ये तस्वीर देखिए नीचे सैलाब बह रहा है. ऊपर मूसलाधार बारिश हो रही है और सैलाब के बीचों-बीच चट्टान पर एक शख्स खड़ा है. दरअसल, ये चट्टान इस जिंदगी की उम्मीद की वो डोर है.
जो उसे बहते सैलाब में तिनके की तरह नसीब हुई. भारी बारिश के चलते पालघर में नदी-नाले उफान पर हैं. बाढ़ के सैलाब से उफनती ये तांबाड़ी नदी है और इसी तांबाड़ी नदी के सैलाब में ये जिंदगी फंसी है. बताया जा रहा है कि ये शख्स नदी में बहती लकड़ी के टुकड़े को हासिल करने के मकसद सैलाब में कूद पड़ा. लेकिन संतुलन बिगड़ने के चलते ये नदी की धारा के साथ बहने लगा.