नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कितना व्यस्त रहते हैं ये किसी से छिपा नहीं है, लेकिन इतनी व्यस्तताओं के बीच भी पीएम ने देश-दुनिया के युवाओं को प्रोत्साहित करने और उनका मार्गदर्शन करने के लिए किताब लिखी है. ये किताब पूरी तरह छात्रों से जुड़ी हुई है जिसमें पीएम ने युवाओं से उनके दोस्त के रूप में जुड़ने की कोशिश की है.
पेंग्विन रेंडम हाउस इंडिया ने इस किताब को छाप रही है. प्रधानमंत्री कार्यकाल के दौरान लिखी गई इस तरह की ये पहली किताब होने वाली है. इस किताब में छात्रों के सामने आने वाली काफी परेशानियों और चुनौतियों के बारे में और उसने निटपने के तरीकों के बारे में विस्तार से बताया गया है. इस किताब में दसवीं और बारहवीं के दौरान छात्रों पर पड़ने वाला तनाव, परीक्षा की तैयारियां और यहां तक की छुट्टियों में की जाने वाली तैयारियों के बारे में पीएम ने विस्तार से लिखा है.
किताब की टोन ज्ञानवर्धक और बातचीत के लहजे में है जिससे युवाओं लगेगा कि पीएम खुद उनसे बात कर रहे हैं. किताब में साफ तौर पर ये भी संदेश दिया गया है कि नंबर से ज्यादा ज्ञान का महत्व होता है साथ ही भविष्य में मिलने वाली जिम्मेदारियों को कैसे निभाएं इसपर भी पीएम ने खुलकर लिखा है.
जानकारी के मुताबिक इस किताब को लिखने का आइडिया खुद पीएम मोदी को आया. दरअसल बोर्ड परीक्षा से पहले पीएम ने मन की बात कार्यक्रम में युवाओं को संबोधित किया था जिसपर जबर्रदस्त प्रतिक्रिया देखने को मिली. तभी पीएम ने इस विषय पर किताब लिखने का मन बनाया.
पीएम ने कहा कि ‘ मैने उस विषय पर किताब लिखने का निर्णय लिया जो मेरे दिल के काफी करीब है साथ ही जो युवाओं को लेकर मेरे विजन का प्राथमिक अंग है जो युवाओं को भविष्य के लिए तैयार करेगा.’ ये किताब इस साल के अंत तक कई भाषाओं में बाजार में उपलब्ध होगी.