श्रीनगर: ‘उस देश की सरहद को कोई छू नहीं सकता, जिस देश की सरहद पे निगेहबान हो आँखे…’ साहिर लुधियानवी का ये गाना आज भी भारतीय सेना के वीर जवानों की निष्ठा और कर्तव्य परायणता की गवाही देता है. दशकों से अपनी जान की बाजी लगाकर बार्डर की सुरक्षा कर रहे हमारे वीर जवान इस साल भी जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के नापाक मंसूबों को नाकाम करने में कामयाब रहे हैं.
गृह मंत्रालय ने सीमा पार से घुसपैठ को लेकर एक रिपोर्ट तैयार की है जिसके मुताबिक इस साल जनवरी से लेकर 31 मई तक 115 आतंकियों ने भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश की. इनमें से सिर्फ 19 आतंकी भारतीय सीमा के भीतर घुसने में कामयाब रहे जबकि बाकी आतंकी या तो उलटे पांव भाग गए या फिर सेना की गोली का शिकार हो गए.
आतंकियों की फौज खड़ी कर रहा है पाकिस्तान
गृह मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक आंतकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिद्दीन के सरगना भारत के खिलाफ आतंकियों की बड़ी खेप तैयार कर रहे हैं. यही वजह है कि आतंकी लगातार भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश कर रहे हैं और आने वाले समय में ये कोशिशें और तेज हो सकती है.
आतंकियों के मंसूबों को नाकाम करने के लिए सेना ने चलाया ऑपरेशन ऑल आउट
इंटेलिजेंस रिपोर्ट के मुताबिक करीब 200 से 250 आतंकी भारत में घुसपैठ के लिए लॉन्चिंग पैड पर इंतजार कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ भारतीय सेना आतंकियों के नापाक मंसूबों को नाकाम करने के लिए सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर ऑपरेशन ऑल आउट चला रही है. इस ऑपरेशन में अबतक कई आतंकियों को उनके अंजाम तक पहुंचाया जा चुका है.
रिपोर्ट के मुताबिक घाटी में करीब 258 आंतकी हैं जिनमें से 130 लोकल आतंकवादी हैं जबकि 128 आतंकवादी बाहरी हैं. रिपोर्ट में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान की खूफिया एजेंसी आईएसआई आतंकियों को भारतीय सीमा में घुसपैठ कराने की लगातार कोशिश कर रही है. रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि आईएसआई ने भारतीय सीमा में आतंकियों की घुसपैठ के लिए चार ब्रिगेडियर तैनात किए हैं.