नई दिल्ली: गोरक्षकों की गुंडागर्दी को लेकर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी पर चिंता जताई है. दिल्ली में एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि बेकाबू भीड़ को सजा देने से रोकना होगा. प्रणब ने कहा कि भीड़ जिस तरह से सजा दे रही है उसके प्रति हमें गंभीरता दिखानी होगी नहीं तो हमारी अगली पीढ़ी हमसे यह हिसाब मांगेगी कि हमने क्या किया ?
प्रणब ने कहा समाचार पत्रों में बेकाबू भीड़ के हाथों हत्या होने की घटनाएं सामने आ रही हैं. ऐसे में यह सवाल उठना लाजिमी है कि संविधान के बुनियादी उसूल कायम रहे. उन्होंने कहा कि देश के बुद्धिजीवियों, नागरिकों व मीडिया की सजगता ही पिछड़ेपन और अंधकार की ताकतों के खिलाफ सबसे बड़ा प्रतिरोधक हो सकती है.
राष्ट्रपति ने कहा कि जब भीड़ का पागलपन इस हद तक बढ़ जाए कि उसे रोका ही न जा सके, हमें रुककर विचार करना चाहिए कि हम किस दिशा में बढ़ रहे हैं. क्या हम अपने देश के मूल्यों के प्रति जागरुक हैं. राष्ट्रपति ने ये बात कांग्रेस के नेशनल हेराल्ड अखबार का प्रकाशन के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा.
‘पीट-पीटकर हो रही हत्या गलत’
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि पीट-पीटकर हो रही हत्या की घटनाओं से बेहद गुस्सा आता है और खून खौलने लगता है. प्रियंका ने कहा कि जब मैं टीवी या इंटरनेट पर ऐसी हिंसा देखती हूं तो खून खौलने लगता है. मुझे लगता है कि सही सोच वाले हर एक व्यक्ति का खून खौलना चाहिए.
सोनिया ने साधा सरकार पर निशाना
दिल्ली में नेशनल हेरल्ड अखबार के स्मारक प्रकाशन के मौके पर आयोजित समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. सोनिया ने कहा कि, बढ़ती तानाशाही और धार्मिक कट्टरता की वजह से देश दोराहे पर खड़ा है. उन्होंने कहा कि, मीडिया पर सराहना और आज्ञापालन के लिए दबाव डाला जा रहा है. सोनिया ने कहा, आज हम अपने को धर्म, वर्ग, नस्ल और क्षेत्र के नाम पर विभाजित पाते हैं. उन्होंने कहा कि, सरकार के खिलाफ उठने वाली आवाजों को दबाया जा रहा है.