पटना : राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को समर्थन मामले के बाद एक बार फिर से बिहार की सत्ता के साझेदार आरजेडी और जेडीयू के बीच मतभेद उभरने लगे हैं. जेडीयू ने 27 अगस्त को पटना में आयोजित होने वाली आरजेडी की ‘बीजेपी भगाओ, देश बचाओ रैली’ से किनारा कर लिया है. जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक ने कहा, यह आरजेडी की रैली है और जेडीयू इसमें हिस्सा नहीं लेगी.
हालांकि श्याम रजक ने कहा कि यह आरजेडी की रैली है, पार्टी इसमें शामिल नहीं होगी वहीं सीएम नीतीश कुमार को न्योता मिलता है तब वह व्यक्तिगत क्षमता से उसमें उपस्थित होने पर फैसला लेंगे. बिहार में गठबंधन के सवाल पर श्याम रजक के कहा कि हमारा गठबंधन पहले की तरह मजबूत है.
लालू यादव के नेतृत्व में आरजेडी की रैली का लक्ष्य 2019 में बीजपी के एनडीए के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करना है. सूत्रों के अनुसार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक, हरियाणा के पूर्व सीएम ओम प्रकाश चौटाला और पूर्व पीएम एचडी देवेगौड़ा, यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव और मायावती इस रैली में शामिल हो सकते हैं.
बता दें कि महागठबंधन के बीच तनाव तब उत्पन्न हुआ जब जेडीयू ने एनडीए के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को अपना समर्थन जताया था. इसके बाद नीतीश ने जीएसटी का भी समर्थन किया. जबकि महागठबंधन सहयोगी आरजेडी और कांग्रेस ने इसका बहिष्कार किया.