नई दिल्ली: केंद्र की बीजेपी सरकार ने पूरे देश में जीएसटी लागू कर दिया, लेकिन उनके सांसद ही इसे नहीं समझ पा रहे. पत्रकारों को जीएसटी का फुल फॉर्म बताते वक्त सांसद साक्षी महाराज अटक गए. साक्षी महाराज जीएसटी का नाम सुनते ही अटक गए. फिर उन्होंने बहुत सोचने के बाद बताया कि जीएसटी एक साथ इनकम टैक्स देने की व्यवस्था है.
उन्नाव में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान जब साक्षी महाराज से पत्रकारों ने जीएसटी का फुलफॉर्म पूछा तो वे इसे बता न सके. साक्षी महाराज ने कहा कि जीएसटी का फुल फॉर्म… एकल व्यवस्था है, सारे करों को इकट्ठा करके इनकम टैक्स देने की व्यवस्था है. वहीं यूपी के अलीगढ़ में बीजेपी विधायक राजवीर दिलेर भी जीएसटी का फुल फॉर्म नहीं बता पाए. जीएसटी को लेकर कारोबारियों से मीटिंग के बाद ही ये बाहर निकले थे.
वहीं योगी के मंत्री रमापति शास्त्री को जीएसटी का फुल फॉर्म मालूम नहीं था. शास्त्री जी से जब मीडियाकर्मियों ने जीएसटी का फुल फॉर्म पूछा तो वह अटक गए. मंत्री जी ने कहा- ‘जीएसटी का फुल फॉर्म है और इतना कहकर मंत्री रुक गए. फिर बोले, पता है-पता है.’ रमापति शास्त्री स्थानिय कारोबारियों को जीएसटी का मतलब समझा रहे थे.
जीएसटी का मतलब गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स है, जीएसटी पूरे देश के लिए इनडायरेक्ट टैक्स है, जो भारत को एक समान बाजार बनाएगा. जीएसटी लागू होने पर सभी राज्यों में लगभग सभी गुड्स एक ही कीमत पर मिलेंगे. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और पीएम नरेंद्र मोदी ने रात 12 बजे बटन दबाकर जीएसटी लागू किया.
जम्मू-कश्मीर को छोड़कर देश भर में 17 इनडायरेक्ट टैक्सों की जगह सिर्फ एक टैक्स जीएसटी लागू हो गया है. जीएसटी नें टैक्स के 4 स्लैब रखे गए हैं. पहला स्लैब 5%, दूसरा 12%, तीसरा 18% और चौथा स्लैब 28% का है. कई चीजें जीएसटी के दायरे से बाहर भी रखी गई हैं.