अहमदाबाद : महात्मा गांधी के साबरमती आश्रम से चुनाव अभियान की शुरुआत करते हुए राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष की उम्मीदवार मीरा कुमार ने कहा कि उनकी लड़ाई राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की विचारधारा को आगे लेकर जाने के लिए है. मीरा ने आश्रम में लगभग 40 मिनट बिताए. उनके साथ प्रदेश कांग्रेस के नेता भरत सिंह सोलंकी और शंकर सिंह वाघेला थे.
मीरा कुमार शुक्रवार को अहमदाबाद स्थित गांधी जी के साबरमती आश्रम पहुंचीं. मीरा कुमार ने बापू को श्रद्धांजलि अर्पित कर पूरे देश में अपने चुनाव प्रचार की शुरुआत की. मीरा कुमार ने गांधी के आश्रम का भ्रमण करने के साथ गांधी के चरखे पर सूत भी काता. मीरा कुमार शुक्रवार को गुजरात कांग्रेस ऑफिस भी पहुंचीं. यहां उन्होंने सभी विधायकों और कांग्रेस के दो पदाधिकारियों के साथ भी बैठक की.
मीरा कुमार ने कहा था कि विपक्ष की पार्टियों ने सर्वसम्मति से मुझे राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाने का फैसला लिया. विपक्षी दलों की एकता समान विचारधारा पर आधारित है. मीरा कुमार ने कहा कि लोकतांत्रिक मूल्यों, पारदर्शिता, प्रेस की आजादी और गरीब का कल्याण हमारी विचारधारा के अंग हैं, इनमें मेरी गहरी आस्था है.
गांधी आश्रम के भ्रमण के बाद मीरा कुमार ने प्रदेश कांग्रेस के कार्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि चुनाव में फार्म भरने के बाद गुजरात में गांधीजी और सरदार का आशीर्वाद लेने और उन्हें नमन करने आई हूं.
मेरे पिता ने देश की सेवा की और इस सेवा का मैं कोई फायदा नहीं लेना चाहती. केवल गांधी-सरदार की विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए ही राष्ट्रपति चुनाव में प्रत्याशी बनी हूं. मैं राष्ट्रपति पद के मतदाताओं को पत्र लिखकर बताया है कि आप वोट देते समय अपनी अंतरात्मा की आवाज को सुनें. मैं चुनाव में जातिवाद की निंदा करती हूं. बता दें कि महात्मा गांधी ने 1917 में इस आश्रम की स्थापना की थी. यहीं से उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन का नेतृत्व किया था.