नई दिल्ली: आज आधी रात से जीएसटी लागू हो गया है. इसे लेकर संसद के सेंट्रल हॉल में खास कार्यक्रम का आयोजन किया गया. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और पीएम नरेंद्र मोदी जीएसटी को लॉन्च किया. जीएसटी लॉन्चिंग का कार्यक्रम शुक्रवार रात पौने ग्यारह बजे से शुरू हुआ जो 12 बजकर 10 मिनट तक चला.
इस खास कार्यक्रम में मंच पर
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, पीएम नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष, वित्त मंत्री के अलावा दोनों सदन के सांसद मौजूद रहे. संसद के सेंट्रल हॉल में आधी रात को चौथी बार जश्न होने जा रहा है. पहली बार 1947 में आजादी के वक्त, दूसरी बार आजादी की रजत जयंती पर 1972 में और तीसरी बार स्वर्ण जयंती पर 1997 में हुआ था.
संसद के सेंट्रल हॉल में GST कार्यक्रम में प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी संबोधित करते हुए कहा कि आज मध्यरात्रि से हम देश का आगे का मार्ग सुनिश्चित करने जा रहे हैं. सवा सौ करोड़ देशवासी ऐतिहासिक घटना के साक्षी हैं. कुछ देर बाद देश नई दिशा की ओर चल पड़ेगा.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि जीएसटी की प्रक्रिया केवल अर्थव्यवस्था के दायरे तक सीमित नहीं है. यह (जीएसटी) किसी एक सरकार की उपलब्धि नहीं है, बल्कि हम सबके प्रयासों का परिणाम है. जीएसटी हम सबकी साझा विरासत है.
जीएसटी किसी एक सरकार की सिद्दि नहीं है.
जीएसटी लॉन्चिंग के पहले सेंट्रल हॉल को संबोधित करते हुए वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा कि जीएसटी से नए भारत का उदय होगा. सांसदों और राज्यों के अहम सहयोग से जीएसटी लागू करने में सफलता मिली, जीएसटी काउंसिंल जीएसटी के लिए 18 बार मिल चुकी है.
अभी तक हर एक निर्णय सर्वसम्मति से हुआ है. अभी तक 24 रेगुलेशन बन चुके हैं. राज्य और केद्र के बीच सारे मतभेद दूर हो चुके हैं. जीएसटी की यात्रा 15 साल पहले शुरू हुई थी. जीएसटी में 23 टैक्स को समाप्त कर केवल एक टैक्स कर दिया गया है. पूरे देश में अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग रेट और चूंगी टैक्स से आजादी मिलेगी. महंगाई के उपर भी लगाम लगेगी.
टैक्स अवाइंडेंस कठिन होगा, देश की जीडीपी को लाभ मिलेगा. राज्य ने केंद्र ने सभी दलों ने सभी राज्य सरकारों ने एकमत से कार्य किया है. जीएसटी काउंसिल के सदस्य रात-रात भर लगे रहे. राष्ट्र के हित में पूरा देश एक साथ आया है. सभी राज्यों ने एक साथ आकर देश के संघीय ढांचे का उदाहरण है.