नई दिल्ली : अब से कुछ समय बाद ही पूरे देश भर में जीएसटी लागू हो जाएगा. इस कदम को कर सुधार की दिशा में काफी अहम माना जा रहा है. मगर जीएसटी का घंटा बजाने से पहले सरकार ने छोटे निवेशकों को करारा झटका दिया है.
सरकार ने कदम उठाते हुए छोटी बजत योजनाओँ पर ब्याज दरें घटा दी हैं. सूत्रों की मानें तो सरकार ने पीपीएफ, किसान विकास पत्र और राष्ट्रीय बचत स्कीम की ब्जाज दरों में 0.1 प्रतिशत की कटौती की है.
बता दें कि पहले पीपीएफ में लोगों को 7.9 प्रतिशत की ब्जाज दरें मिलती थीं. मगर अब 7.8 फीसदी ब्याज मिलेगा. किसान विकास पत्र पर लोगों को 7.6 प्रतिशत ब्याज दर था, जो अब महज लोगों को 7.5 प्रतिशत ही ब्याज दर मिल पाएगा.
इसके अलावा सीनियर सिटीजन सेविंग स्किम और सुकन्या समृद्धि योजना पर भी ब्याज दरों में कटौती की गई है. पहले इन सेविंग स्कीम्स पर 8.4 प्रतिशत ब्याज दर मिलता था, मगर अब इन पर भी 8.3 प्रतिशत ही ब्याज मिलेगा. हालांकि, बताया ये भी जा रहा है कि ब्याज दर घटने के बाद भी इसका ब्याज की दर काफी अच्छा है.
बता दें कि सार्वजनिक भविष्य निधि (Public Provident Fund यानी कि PPF) भारत में बचत एवं कर-बचत करने के लिये प्रयुक्त एक जमा योजना है. बहुत से लोग इसे सेवानिवृति के समय धन प्राप्ति का साधन भी मानते हैं. भारत का कोई भी शख्स पीपीएफ का खाता किसी डाकघर, सार्वजनिक बैंक और प्राइवेट बैंक में 15 साल के लिए अपना खाता खोलवा सकता है. इसमें ब्याज का इंटरेस्ट मुफ्त होता है और ये हर साल सरकार तय करती है.