नई दिल्ली: नाथुला दर्रे से मानसरोवर के लिए जाने वाला रास्ता इस साल के लिए बंद हो गया है. चीन ने कैलाश मानसरोवर यात्रा पर जा रहे भारत के करीब 50 तीर्थयात्रियों को नाथुल दर्रे से यात्रा करने से रोक दिया गया है. 50 यात्रियों का जत्था सिक्किम में नाथूला से कैलाश मानसरोवर जाने वाला था, लेकिन हफ्ते तक इंतजार के बाद ये यात्री शेरथांग और गंगटोक लौट आए हैं.
चीन ने कई दिनों तक कैलाश मानसरोवर यात्रा रोकने के बाद आज उसे रद्द कर दिया है. बताया जा रहा है कि भारत-चीन के बीच उत्तरी पूर्वी सीमा पर चल रहे तनाव के बीच चीन ने ये कदम उठाया है. भारत सरकार ने कहा कि घुसपैठ की कोशिश चीन ने की है.
जबकि चीन ने भारतीय जवानों पर सीमा क्रॉस करने का आरोप लगाया था. चीन ने भारत से सेना को तुरंत बुलाने की मांग भी की थी. इसके साथ चीन ने यह भी साफ किया है कि भविष्य में कैलाश मानसरोवर की भारतीय श्रद्धालुओं की यात्रा दोनों देशों के बीच गतिरोध के समाधान पर निर्भर करेगी.
बताया जा रहा है कि चीन डोका ला में रोड बनाना चाह रहा है, जिसका भूटना विरोध कर रहा है. भारत की सेना के लिए डोका ला का इलाका बेहत संवेदनशील है. चीन भारत के इस मामले में हस्तक्षेप का विरोध किया है.