सिक्किम: भारत-चीन सीमा तनाव का एक सनसनीखेज वीडियो सामने आया है. सिक्किम सेक्टर में भारत और चीन के सैनिकों के बीच तनातनी साफ नज़र आ रही है. ये वीडियो Line Of Actual Control यानी LAC का बताया जा रहा है. वीडियो में नज़र आ रहा है कि कुछ भारतीय जवान और चीनी सैनिक आपस में भिड़ गए हैं.
भारतीय जवान चीनी सैनिकों से बार-बार पीछे हटने के लिए कह रहे हैं लेकिन चीनी सैनिक जोर जबरदस्ती करते नजर आ रहे हैं. ये तस्वीरें कब की हैं, ये साफ नहीं है. भारतीय सेना ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है. चीन के सैनिक यहां दादागीरी करने की कोशिश कर रहे हैं और भारतीय जवान उन्हें सबक सिखा रहे हैं.
रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने सिक्किम सेक्टर के डोका ला के लालटेन इलाके में घुसकर भारत के दो बंकर भी तबाह कर दिए हैं. दोनों देशों के सैनिकों के बीच ये रस्साकशी सिक्किम के डोका ला जनरल क्षेत्र में पिछले दो दस दिनों से लगातार चल रही है. इसके साथ ही चीनी अधिकारियों ने कैलाश मानसरोवर जा रहे श्रद्धालुओं को रोक दिया.
चीनियों को रोकने के लिए भारतीय जवानों को LAC पर मानव दीवार का निर्माण किया. प्रत्यक्षदर्शियों ने इस घटना की वीडियो और तस्वीरें ली. बता दें कि दोनों देशों की सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच 20 जून को फ्लैग मिटिंग हुई थी. लेकिन दोनों देशों के बीच अभी तक तनाव बरकरार है.
बता दें कि इससे पहले भी चीनी सैनिकों का इस तरह का बर्ताव लगातार सामने आता रहा है. इससे पहले उत्तराखंड के चमोली जिले में भारत-चीन सीमा पर स्थित बाड़ाहोती का निरीक्षण करने गई प्रशासनिक टीम का चीनी सैनिकों से सामना हुआ. इस पर टीम ने भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) को धुसपैठ की जानकारी दी थी. भूटान और तिब्बत से लगते इस इलाके में चीनी सैनिकों ने नवंबर 2008 में भी घुसपैठ की थी और भारतीय सेना के बंकर्स तोड़ दिए थे.
क्या है विवाद?
भारत-चीन के बीच विवादित इलाका 4000 किलोमीटर का है. लेकिन चीन का कहना है कि विवाद वाला इलाका महज 2000 किलोमीटर का है. इसकी वजह यह है कि पाकिस्तान ने अपने कब्जे वाले कश्मीर में से अक्साई चीन को चीन के ही सुपुर्द कर दिया है. इस मुद्दे पर दोनों देशों के बीच 18 दौर की बातचीत हो चुकी है. लेकिन नतीजा सिफर ही रहा है. चीन के साथ भारत का विवाद 64 साल पुराना है. इसका एक बड़ा कारण इंटरनेशनल बॉर्डर क्लियर न होना है. भारत मानता आ रहा है कि चीन जानबूझकर इस विवाद का हल नहीं कर रहा है. भारत मैकमोहन लाइन को सही मानता है. चीन इस लाइन को अवैध बताता है.