वॉशिंगटन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को वॉशिंगटन में भारतीय समुदाय को संबोधित कर रहे हैं. पीएम मोदी के मंच पर आते ही मोदी-मोदी के नारे लगाना शुरू हो गए थे. वॉशिंगटन में भारतीय समुदाय के कार्यक्रम में पीएम मोदी के पहुंचने से पहले भारत माता की जय के नारे लगे. भारतीय समुदाय के लोगों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है.
भारतीय समुदाय से बात करते हुए पीएम मोदी ने सर्जिकल स्ट्राइक की बात कर सकती थी. पीएम ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक से दुनिया को भारत की ताकत पता चली. दुनिया चाहती तो भारत के बाल नोच सकती थी. भारत के इतने बड़े सर्जिकल स्ट्राइक पर दुनिया में कहीं भी सवाल नहीं उठे. जिसने भुगता केवल उसी ने सवाल उठाया. हम धैर्य रखते हैं लेकिन वक्त आने पर सर्जिकल स्ट्राइक भी करते हैं.
आतंकवाद पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पहले हम आतंकवाद की बात उठाते थे, तो विश्व के देश इसे लॉ एंड ऑर्डर की बात बताते थे. पूरी दुनिया को आतंकवाद समझ आने लगा है. हम पूरी दुनिया को आतंकवाद समझाते थे, तब कोई नहीं समझता था. हम धैर्य रखते हैं लेकिन वक्त आने पर सर्जिकल स्ट्राइक भी करते हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि अगर भारत में कुछ अच्छा होता है तो अमेरिका में रह रहे भारतीय समुदाय में भी खुशी की लहर दौड़ पड़ती है. अगर वहां कुछ बुरा होता है तो यहां भी चेहरे पर मायूसी आ जाती है, दुखी हो जाते हैं. उन्होंने कहा कि मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि आपके सपनों के भारत को बनाने में मैं आखिरी सांस तक लड़ता रहूंगा. आप जैसे सामर्थ्य रखने वाले लोग भारत में हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि जब मैं सेहतमंद देश की कल्पना करता हूं, तो मैं उसमें स्वस्थ्य मां और शिशु को देखता हूं. प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने यूरीया में नीमकोटिंग शुरू की. इससे जो यूरीया कैमिकल फैक्ट्री और चोरी होती थी, वह दूर हो गई. नीम कोटिंग की वजह से फसलों का उत्पादन भी पहले के मुकाबले बढ़ गया. भारत तकनीक के सहारे कई उपलब्धियां हासिल की. भारत ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में भी बड़ी उपलब्धियां हासिल की.
उन्होंने भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि आप से मिलकर परिवार का आनंद मिलता है. आप लोगों के बीच में आकर मुझे नई ऊर्जा मिलती है. उन्होंने कहा कि अमेरिका के कार्यक्रम की दुनिया में गूंज होती है. पीएम ने कहा कि आज भारत नई रफ्तार से आगे बढ़ रहा है. भारत के सक्षम लोगों से हमने सब्सिडी छोड़ने का आग्रह किया, बड़ी संख्या में लोगों ने अपनी सब्सिडी छोड़ी. इससे गरीबों का भला हुआ.