लखनऊ: एनडीए की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद सपोर्ट जुटाने के लिए रविवार को लखनऊ पहुंचे. सीएम आवास पर कोविंद ने योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की. इनके अलावा नितिन गडकरी, उमा भारती, भूपेंद्र सिंहभी उनके साथ सीएम आवास पहुंचे. उन्होंने बीजेपी और सहयोगी दलों के सांसदों और विधायकों से समर्थन मांगा.
क्या कहा कोविंद ने ?
रामनाथ कोविंद ने राजनीतिक दलों से समर्थन जुटाने के लिए राष्ट्रव्यापी दौरे की शुरुआत रविवार को यूपी से की. सीएम आवास पर एमपी और एमएलए से कोविंद ने कहा कि भारतीय परंपरा के अनुसार जब हम काम के लिए घर से निकलते तब हम मां का आशीर्वाद लेते हैं, लेकिन मेरी मां तो यूपी की धरती है. इससे ज्यादा खुशी मेरे लिए क्या होगी कि सबसे पहला प्रोग्राम यूपी से है, जो एक परिवार है.
क्या कहा योगी ने ?
इस योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी के किसी व्यक्ति को राष्ट्रपति पद के लिए नामित किया गया है. पार्टियों को राजनीतिक दबाव से ऊपर उठना चाहिए और कोविंद जी का सपोर्ट करना चाहिए. रामनाथ कोविंद जी यूपी से हैं ये उत्तर प्रदेश के लिए गर्व की बात है. हमारा पूरी तरह आपको सपोर्ट है.
योगी ने कहा कि कोविंद जी ने गरीब परिवार में जन्म लिया है. सभी दल एक साथ उनका समर्थन करें. राष्ट्रपति पद के लिए रामनाथ कोविंद का नामित होना भारत में सामाजिक न्याय की जीत है. स्वाभाविक रूप से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने यह गौरव उत्तर प्रदेश को प्रदान किया है.
योगी ने कहा कि राष्ट्रपति चुनने से पहले 16 जुलाई को एक बैठक करेंगे. इसमें वोट डालने की रिहर्सल करेंगे, ताकि वोट डालने में गलती न हो. आप सब (विधायक-सांसद) अपना पहचान पत्र लेकर जरूर आएं, क्योंकि एक भी वोट गलत हुआ तो बहुत गलत हो जाएगा. इसलिए हम सब 16 को तैयार हो कर 17 जुलाई को 10 बजे से ही पहुंच जाएं.
इस बीच बीजेपी ने बताया कि एक केंद्रीय मंत्री, पार्टी से एक वरिष्ठ सांगठनिक नेता और दो सांसद कोविंद के राष्ट्रव्यापी दौरे के समय उनके साथ मौजूद रहेंगे. कोविंद सभी राजनीतिक दलों के सांसदों विधायकों से समर्थन की अपील करेंगे.
एनडीए के साथ-साथ टीआरएस, जेडीयू, बीजेडी जैसे दलों ने कोविंद के समर्थन का ऐलान किया है. कोविंद को मिलने वाले संभावित वोटों को देखें तो अभी उनके खाते में 61 प्रतिशत वोट आने तय हो गए हैं. कुछ और क्षेत्रीय दलों के समर्थन में आने से ये वोट प्रतिशत और बढ़ सकता है. अकेले एनडीए का वोट प्रतिशत ही 48.6 फीसदी है. राष्ट्रपति चुनाव 17 जुलाई को होने वाला है और वोटों की गणना 20 जुलाई को की जाएगी. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल 25 जुलाई को खत्म हो जाएगा.