नई दिल्ली : पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम के जरिये एक बार फिर से देश को संबोधित किया. मन की बात के 33वें संस्करण में पीएम मोदी ने कार्यक्रम की शुरुआत देशवासियों को ईद की शुभकामना के साथ की. मन की बात के जरिये पीएम मोदी ने उपलब्धियां तो गिनाई ही, साथ ही उन्होंने इमरजेंसी का जिक्र कर इशारे में कांग्रेस पर भी निशाना साधा.
उन्होंने रमजान के महीने में मुबारकपुर के मुसलमान भाईयों के शौचालय बनवाने वाले कारनामे की जमकर तारीफ की. साथ ही उन्होंने इमरजेंसी के दिनों को याद को ताजा करते हुए कहा कि 1975 की इमरजेंसी को कोई भूल नहीं सकता, जिससे पूरा देश जेल बन गया था.
पीएम मोदी ने ने मन की बात में कहा कि आज भगवान जगन्नाथ की यात्रा निकल रही है, देश के कई इलाकों में काफी श्रद्दा और उल्लासपूर्वक देशवासी इसे मनाते हैं. भारत की विविधिता और विशेषता ही इसकी शक्ति है. साथ ही उन्होंने रमजान की बधाई देते हुए कहा कि रमजान का पवित्र महीना सब दूर इबादत में पवित्र भाव के साथ मनाया गया.
उन्होंने कार्यक्रम में कहा कि उन्हें खुशी है कि स्वच्छता अब केवल सरकारी कार्यक्रम ही नहीं रहा, बल्कि ये एक जनआंदोलन बन गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के प्रति नित्य जागरूकता जरूरी है. लोकतंत्र को आघात पहुंचाने वाली चीजों को ध्यान में रखते हुए सकारात्मक दिशा में हमें आगे बढ़ना है.
योग को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि मैंने लखनऊ में योग किया. बारिश में पहली बार योग करने का मुझे अनुभव मिला. 21 जून को दुनिया के अधिकतर देशों ने योग को अपना अवसर बना दिया. हालांकि, इस कार्यक्रम में उन्होंने गुजरात की यादों को भी ताजा किया.
पीएम मोदी ने इसरो की सफलता पर कहा कि मंगल अभियान को 6 महीने चलना था लेकिन हमारी ताकत ये है कि 1000 दिनों के बाद भी मंगलयान काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि योग के अलावा हमें अंतरिक्ष पर गर्व करना चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि इसरो ने दो दिन पहले ही 31 सैटेलाइट्स लॉर्च किये.
इस कार्यक्रम में उन्होंने अटल बिहार वाजपेई की एक कविता भी पढ़ी. बता दें कि पीएम मोदी हर महीने के आखिरी रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम से देश को संबोधित करते हैं.