नई दिल्ली : देश में 1 जुलाई से जीएसटी लागू होने वाला है और इसके चलते व्यापारियों से लेकर आम नागरिकों तक में असमंजस का माहौल बना हुआ है. ऐसे में छोटे व्यापारियों का संगठन कैट देशभर में 100 जीएसटी क्लीनिकों का आयोजन करेगा. यह एक जुलाई से लागू होने वाली नई अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था माल एवं सेवाकर (जीएसटी) को अपनाने में व्यापारियों की मदद करेगा.
कैट ने एक बयान में कहा कि वह एचडीएफसी बैंक, टैली सॉल्युशंस और मास्टरकार्ड के साथ मिलकर काम कर रहा है. उसका प्रयास करीब छह करोड़ व्यापारियों तक पहुंच बनाना है. संगठन ने कहा कि एक जुलाई से इसका पहला चरण शुरू होगा और व्यापारी समुदाय को नई व्यवस्था को आसानी अपनाने में मदद करेगा.
इससे पहले शुक्रवार को लॉजिस्टिक सेवाएं देने वाली कंपनी डीएचएल की आने वाले वर्षों में भारत में 10 करोड़ डॉलर का निवेश करने की योजना के बारे में बताया था. अभी वह अपने ग्राहकों के साथ माल एवं सेवाकर (जीएसटी) के अनुरूप तैयार होने के लिए काम कर रही है.
बता दें कि जीएसटी लागू होने के बाद करदाताओं को हर महीने तीन बार रिटर्न फाइल करना होगा, यह धारणा बेबुनियाद है. साथ ही खुदरा कारोबारियों को हर महीने रसीद विवरण देने की जरुरत नहीं होगी. करीब 80 फीसदी कारोबारियों को रिटर्न में बस कुल कारोबार का ब्योरा देना होगा क्योंकि वे रिटेल कारोबारी हैं.