नई दिल्ली: संसद का मानसून सत्र 17 जुलाई से शुरू होकर 11 अगस्त तक चलेगा. 17 जुलाई को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव भी होगा और 20 जुलाई को काउंटिंग की जाएगी. इसी दिन संसद का सत्र शुरू होगा. मानसून सत्र काफी हंगामेदार होने की आशंका है. विपक्षी दल किसान आंदोलन, यूपी में कानून-व्यवस्था और कश्मीर जैसे कई मसलों पर मोदी सरकार को घेर सकते हैं.
इस सत्र में कई महत्वपूर्ण बिल के पास होने की उम्मीद की जा रही है. पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव नतीजों के बाद असम में ऐतिहासिक जीत और केरल और तमिलनाडु में मौजूदगी दर्ज कराने के बाद सत्तारूढ़ BJP के हौसले बुलंद हैं. यह सत्र मोदी सरकार के तीन साल पूरा होने के बाद हो रहा है. फिलहाल राज्यसभा में 45 और लोकसभा में पांच विधेयक लंबित हैं.
संसदीय मामलों की मंत्रीमंडलीय समिति (CCPA) के सूत्रों ने बताया कि समिति ने मानसून सत्र 17 जुलाई से 11 अगस्त तक बुलाने की सिफारिश की है. मानसून सत्र के पहले दिन दोनों सदन लोकसभा और राज्यसभा में कामकाज नहीं हो पाएगा. दोनों ही सदनों के कुछ वर्तमान सदस्यों का निधन होने के कारण उनके सम्मान में बैठक पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी जाएगी.