गांधीनगर: गुजरात के गांधीनगर में नाबालिग समेत 400 युवाओं को विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल की ओर से त्रिशूल दीक्षा दी गई. दीक्षा का ये कार्यक्रम कलोल इलाके में हुआ. वीएचपी का कहना है कि गौ हत्या रोकने और महिलाओं को लव जिहाद से बचाने के लिए त्रिशूल दीक्षा का ये कार्यक्रम आयोजित हुआ है.
विश्व हिंदू परिषद के संयुक्त महामंत्री सुरेंद्र जैन की अगुवाई में त्रिशूल दीदीक्षा कार्यक्रम आयोजित हुआ था. इसमें 600 लोगो को दीक्षा दी गई थी. इसमें छोटे-छोटे बच्चे भी त्रिशूल और तलवार लहराते नजर आए. विहिप के अनुसार अभी तक पूरे गुजरात मे 6 लाख लोगों को त्रिशूल की दीक्षा दी गई.
जैन ने कहा कि हमारी महिलाओं को लव-जिहाद से बचाने के लिए, गौ माता की हत्या रोकने के लिए और राम मंदिर के निर्माण के लिए त्रिशूल वितरण का कार्यक्रम सही है. जैन ने यह भी कहा कि इन दिनों गायों को मारा जा रहा है और लव जिहाद काफी बढ़ रहा है.
जैन ने कहा यह सतत प्रक्रिया है त्रिशूल किसी भी तरह से आर्म्स ऐक्ट का उल्लंघन नहीं है, त्रिशूल 6 इंच का है, जो कानून के अनुसार वैध है. तलवारों के सवाल पर उन्होंने कहा कि जब गौ-रक्षा का और धर्म की रक्षा का वक्त आता है तो तलवार उठानी पड़ती है. तलवार भारतीय संस्कृति का हिस्सा रहा है. उन्होंने कहा, ‘हम उन लोगों में से नहीं हैं जो कानून का उल्लंघन करे.
नाबालिग लड़कों को त्रिशूल दिए जाने पर सुरेंद्र जैन ने कहा कि हमारे भारत में कम उम्र से ही बच्चों को अस्त्र-शस्त्र की ट्रेनिंग देने की परंपरा रही है. संस्कृति और धर्म की रक्षा के लिए यह किया जाता है. उन्होंने कहा कि ये बच्चे किसी शेर से कम नहीं हैं. अपने देश की रक्षा के लिए शेर की तरह वीरता दिखा सकते हैं. कोई इन्हें बच्चा समझने की भूल न करें.