नई दिल्ली: एनडीए की तरफ से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद ने संसद भवन में नामांकन भर दिया है. पीएम मोदी, लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी भी कोविंद के प्रस्तावक बने. कोविंद के नामांकन भरने की प्रक्रिया के दौरान उनके साथ संसद भवन में पीएम मोदी, अमित शाह, लाल कृष्ण आडवाणी, योगी आदित्यनाथ और वेंकैया नायडू भी मौजूद थे.
राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन भरने के बाद रामनाथ कोविंद ने कहा कि हमारे देश का संविधान सर्वोपरि है. मुझे समर्थन देने के लिए मैं सभी दलों का समर्थन करता हूं. उन्होंने कहा कि जब से मैं राज्यपाल बना हूं तभी से मेरा किसी दल से संबंध नहीं है. मेरा व्यक्तिगत ये मानना है कि राष्ट्रपति का पद दलगत राजनीति से ऊपर होना चाहिए.
कोविंद ने आगे कहा कि कुछ ही सालों में हम आजादी के 75 साल पूरे होंगे इसके लिए हमें अभी से तैयार होना होगा और मैं सभी को विश्वास दिलाता हूं कि मैं इस पद की गरिमा बनाए रखने का हर संभव प्रयास करूंगा. उन्होंने कहा कि इस पद की सर्वोपरियता बनाए रखना बड़ी जिम्मेदारी है. कोविंद ने कहा, ‘देश की सीमाओं की सुरक्षा करना हम सबकी जिम्मेदारी है.
एनडीए के साथ-साथ टीआरएस, जेडीयू, बीजेडी जैसे दलों ने कोविंद के समर्थन का ऐलान किया है. कोविंद को मिलने वाले संभावित वोटों को देखें तो अभी उनके खाते में 61 प्रतिशत वोट आने तय हो गए हैं. कुछ और क्षेत्रीय दलों के समर्थन में आने से ये वोट प्रतिशत और बढ़ सकता है. अकेले एनडीए का वोट प्रतिशत ही 48.6 फीसदी है. नामांकन के मौके पर समर्थन देने वाले तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव, तमिलनाडु के सीएम पलनीसामी, ओडिशा के मंत्री सूर्य नारायण पात्रो और आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू भी मौजूद थे.
उधर विपक्ष ने राष्ट्रपति चुनाव में पूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार को अपना कैंडिडेट बनाया है. 17 दलों के साथ हुई विपक्ष की बैठक में सोनिया गांधी ने इसका एलान किया है. राष्ट्रपति चुनाव 17 जुलाई को होने वाला है और वोटों की गणना 20 जुलाई को की जाएगी. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल 25 जुलाई को खत्म हो जाएगा.