नौहट्टा : जम्मू-कश्मीर के नौहट्टा में जामिया मस्जिद के बाह गुस्साई भीड़ द्वारा डीएसपी मोहम्मद अयूब पंडित को पीट-पीटकर मारने के मामले में अब ये नया मोड़ आया है. सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि डीएसपी की हत्या की साजिश रची गई थी. मोहम्मद अयूब को मारने की बड़ी योजना बनाई गई थी.
बताया जा रहा है कि डीएसपी अयूब मस्जिद की सुरक्षा में तैनता थे. वहां उन्होंने अपने बचाव में गोली चलाई थी, जिसमें तीन लोग घायल हो गये थे. हालांकि, इस मामले में अभी तक दो लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है.
सूत्रों का कहना है कि मस्जिद में अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारुक के लोग मौजूद थे. आशंका जताई जा रही है कि डीएसपी की हत्या में मीरवाइज के लोगों का हाथ हो सकता है.
हालांकि, इस घटना को सीएम महबूबा मुफ्ती शर्मनाक बताया है. उन्होंने कहा है कि इससे अधिक शर्मनाक और कुछ नहीं हो सकता है. साथ ही उन्होंने अलगावादियों को चेताया है और कहा कि पुलिस वालों का इम्तिहान मत लो. अगर पुलिस का सब्र टूटा तो हालात पहले जैसे हो जाएंगे.
जम्मू-कश्मीर के नौहट्टा में जामिया मस्जिद के बाहर गुस्साई भीड़ ने डीएसपी मोहम्मद अयूब पंडित को पीट-पीट कर मार डाला. मस्जिद की सुरक्षा में तैनात डीएसपी की फायरिंग से तीन लोग घायल हो गए थे जिसके बाद गुस्साए लोगों ने अयूब को इतना पीटा की उनकी मौत हो गई.
रिपोर्ट्स के मुताबिक मस्जिद से बाहर आने वाले लोगों को उस वक्त गुस्सा आ गया जब डीएसपी ने लोगों पर फायरिंग शुरू कर दी. जिस वजह से तीन लोग घायल हो गए.
बताया जा रहा है कि डीएसपी अयूब पंडित मस्जिद के बाहर के कुछ इलाकों की तस्वीरें खींच रहे थे. उनके इस काम पर लोगों का ध्यान चला गया. जिसके बाद लोगों ने उन्हें पकड़ने के लिए हमला बोल दिया. स्थिति इतनी बेकाबू हो गई कि अयूब को अपने बचाव के लिए फायरिंग करनी पड़ी.
बता दें कि जब डीएसपी का शव उनके बेटे के सामने आया तो उनके बेटे बेहोश हो गये. उनकी बेटी इस बार ईद मनाने आई थी. वो बांग्लादेश में पढ़ती है.