नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम को दूसरी बार करारा झटका लगा है. भारतीय सेना ने लगातार दूसरी साल स्वदेशी असॉल्ट राइफल एक्स-कैलिबर को रिजेक्ट कर दिया है. पश्चिम बंगाल के इशापुर में असॉल्ट राइफल का ट्रायल किया गया जिसमें कई पैमानों पर ये असफल पाई गईं.
पिछले साल भी सेना ने एक्स-कैलिबर नाम की इस स्वदेशी राइफल को रिजेक्ट कर दिया था. बताया जा रहा है कि 5.56 एमएम की एक्स-कैलिबर सेना के फायर पावर आवश्यकताओं को पूरा नहीं करती. एक्स-कैलिबर को फिलहाल इस्तेमाल की जा रही 5.56 एमएम की इंसास राइफल का संभावित विकल्प माना जा रहा है.
सैन्य सूत्रों के अनुसार राइफल की लोडिंग को आसान बनाने के लिए मैगजीन को फिर से डिजाइन किए जाने की जरूरत है. राइफल में कई सुरक्षा खामियां हैं. कई खामियों और फायरिंग में रुकावट (परीक्षण के दौरान) 20 से भी अधिक बार देखी गई जो कि मानक है.
फिलहाल सेना द्वारा एके 47 और इंसास राइफल का इस्तेमाल किया जा रहा है. इन राइफलों को 1988 में सेना में शामिल किया गया था. बॉर्डर पर दुश्मनों से निपटने के उच्च मारक क्षमता वाली एक्स कैलिबर को इस साल सेना में शामिल किया जाना था.