अयोध्या: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में एक बार फिर राम मंदिर निर्माण को लेकर हलचल शुरू हो गई है. दो दिन पहले यहां लाल पत्थरों की खेप राजस्थान से मंगाई गई. दो ट्रकों पर लदे इन पत्थरों को विश्व हिंदू परिषद के मुख्यालय कारसेवक पुरम में उतारा गया.
26 जुलाई को अयोध्या जाने वाले हैं योगी
विश्व हिंदू परिषद का कहना है कि इन पत्थरों को तराशने के लिए मंगाया गया है. राम मंदिर को लेकर ये हलचल तब हो रही है जब अगले महीने यानी 26 जुलाई को सीएम योगी के अयोध्या जाने का कार्यक्रम है. बता दें कि यूपी की अखिलेश सरकार के दौरान भी साल 2015 में राजस्थान से पत्थर मंगाने की कोशिश की गई थी. लेकिन बाद में एसपी सरकार ने इस पर रोक लगा दी.
राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट ने की थी टिप्प्णी
अयोध्या में राम मंदिर का मुद्दा फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में लंबित है. बीते 20 मार्च को कोर्ट ने इस मामले में अहम बात कही थी. कोर्ट ने कहा कि राम मंदिर एक संवेदनशील और भावनात्मक मुद्दा है इसलिए ये बेहतर होगा कि इस मुद्दे को दोनों पक्ष आपस में मिलकर सुलझाएं.
SC मध्यस्थता को तैयार
अगर जरूरत पड़ती है तो सुप्रीम कोर्ट के जज मध्यस्थता को तैयार हैं. कोर्ट ने दोनों पक्षों को 31 मार्च तक बातचीत करके कोर्ट में जवाब देने को कहा था लेकिन 31 मार्च को इसे लेकर कोर्ट में कोई चर्चा नहीं हुई. श्री रामजन्मभूमि न्यास की ओर से बाबरी मस्जिद/रामजन्मभूमि विवाद कोर्ट में होने के बावजूद राम मंदिर निर्माण की कवायद 1990 से चल रही है.