पटना: बेनामी संपत्ति कोलेकर लालू और उनका परिवार पूरी तरह से घिरा हुआ है. लालू यादव की बड़ी बेटी मीसा भारती और उनके पति शैलेश कुमार से बुधवार को आयकर विभाग ने करीब 6 घंटे तक पूछताछ की. दोनों के बयान दर्ज किए गए.
दरअसल, इन दोनों पर मिशेल पैकर्स नाम की कंपनी के ज़रिए दिल्ली में करोड़ों की बेनामी संपत्ति बेहद कम कीमत में हासिल करने के गंभीर आरोप लगे हैं. आयकर विभाग ने बेनामी लेन-देन अधिनियम के तहत लालू के परिवार की 12 संपत्तियों को ज़ब्त करने का नोटिस दिया है. इन बेनाम संपत्तियों को हासिल करने के लिए जिन चार शेल कंपनियों का इस्तेमाल किया गया उनकी भी जांच की जा रही है.
पटना में बन रहे मॉल तेजस्वी यादव और उनकी मां राबड़ी देवी का बताया जाता है. दावा किया जा रहा है कि ये बिहार का सबसे बड़ा मॉल होगा लेकिन केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने नियमों की अनदेखी के चलते इस पर रोक लगा दी. वहीं आयकर विभाग ने जमीन अटैच करने का नोटिस भी दे दिया है. लिहाजा, 750 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे मॉल का काम ठप है.
तेजस्वी यादव का बन रहा ये मॉल 12 मंजिल तक बनाया जाना था, दो फ्लोर बेसमेंट में भी बनने वाले थे. इस मॉल में फाइव स्टार होटल, मल्टीप्लेक्स, शॉपिंग कॉमप्लेक्स, ऑफिस टावर और 1000 दुकानें बननी थीं. लेकिन पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1986 की अनदेखी करते हुए आनन फानन में मॉल का काम शुरु कर दिया गया.
नियम के मुताबिक 2 लाख वर्ग फुट से ज्यादा की जमीन पर निर्माण के लिए स्टेट एनवायरनमेंटल इमपैक्ट अथॉरिटी से इजाजत लेना जरूरी है. लेकिन ऐसा किए बिना ही इसका निर्माण शुरु कर दिया गया. बताया जा रहा है कि तेज प्रताप यादव बिहार के पर्यावरण मंत्री हैं, लिहाजा उनकी इजाजत से काम शुरु कर दिया गया. लेकिन केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने मई 2017 में रोक लगा दी. वैसे इतनी बड़ी जमीन इस परिवार तक कैसे पहुंची ये भी एक सवाल है.
पटना ही नहीं दिल्ली में भी तेजस्वी यादव के पास करोड़ों की संपत्ति होने का दावा किया जा रहा है. इनमें से एक दिल्ली के पॉश इलाके न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी की चार मंजिला इमारत है. जिसे आयकर विभाग ने अटैच कर लिया है.
बता दें कि पिछले 16 मई को लालू प्रसाद यादव के 22 ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापा मारा था. ये सभी छापेमारी दिल्ली के आसपास इलाकों में की गई थी. बताया जा रहा है कि लालू पर 1000 करोड़ की ‘बेनामी संपत्ति’ अर्जित करने के साथ-साथ कर चोरी करने का भी आरोप लगा है. करीब 100 आयकर विभाग अधिकारियों की टीम इस कार्रवाई को अंजाम दे रही थीं.