नई दिल्ली: राष्ट्रपति चुनाव को लेकर गुरुवार को होने वाली कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की बैठक से ठीक पहले ही विपक्ष बिखर गया है. बिहार के मुख्यमंत्री और और जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार और आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव दोनों अलग-अलग रास्ते पर नज़र आ रहे हैं और महागठबंधन में दरार साफ नज़र आ रही है.
एनडीए के राष्ट्रपति उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को बुधवार को नीतीश कुमार ने समर्थन दे दिया लेकिन महागठबंधन के सबसे बड़े पार्टनर लालू प्रसाद यादव ने अभी तक तस्वीर साफ नहीं की है. लालू ने कहा है कि वो वही करेंगे, जो गुरुवार को होने वाली विपक्ष की बैठक में तय होगा. उन्होंने कहा कि नीतीश ने अपने विधायकों से क्या कहा है ये उन्हें नहीं पता.
जेडीयू के कोविंद को समर्थन देने के ऐलान के साथ ही एनडीए उम्मीदवार की स्थिति और भी मजबूत हो गई. अब उनके पक्ष में 50 फीसदी से ज्यादा वोट पड़ सकते हैं. विपक्ष राष्ट्रपति चुनाव को लेकर गुरुवार को बैठक करने वाला है. जिसमें उम्मीदवार का एलान हो सकता है लेकिन उससे पहले जेडीयू का कोविन्द के साथ खड़े होना विपक्ष को बड़ा झटका माना जा रहा है.
नीतीश कुमार से पहले शिवसेना ने राष्ट्रपति उम्मीदवार के रूप में कोविंद के समर्थन का एलान किया. वहीं पीडीपी, बीजेडी ने भी कोविंद को समर्थन देने की बात कही है. एनडीए से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद राजधानी दिल्ली में हैं.आज उन्होंने बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से मुलाकात की.बताया जा रहा है कि कोविंद ने जोशी से मार्गदर्शन का आह्वान किया.