क्या अखिलेश के राज में UP में घोटालों के अलावा कुछ नहीं हुआ ?

गोमती रिवर फ्रंट, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे, कब्रिस्तानों की चारदीवारी. ये वो तमाम काम हैं, जिन्हें यूपी में अखिलेश यादव की सरकार अपने विकास के रोल मॉडल के तौर पर पेश करती थी. अब सत्ता बदली तो खुलासे हो रहे हैं कि विकास के नाम पर पिछली सरकार ने यूपी को घोटालों का कब्रिस्तान बना दिया था.

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क्या अखिलेश के राज में UP में घोटालों के अलावा कुछ नहीं हुआ ?

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  • June 21, 2017 2:17 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
नई दिल्ली: गोमती रिवर फ्रंट, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे, कब्रिस्तानों की चारदीवारी. ये वो तमाम काम हैं, जिन्हें यूपी में अखिलेश यादव की सरकार अपने विकास के रोल मॉडल के तौर पर पेश करती थी. अब सत्ता बदली तो खुलासे हो रहे हैं कि विकास के नाम पर पिछली सरकार ने यूपी को घोटालों का कब्रिस्तान बना दिया था.
 
गोमती रिवर फ्रंट से लेकर कब्रिस्तान तक में अरबों का घपला सामने आ रहा है, जिसकी जांच भी शुरू हो गई है. क्या अखिलेश के राज में घोटालों के अलावा कुछ नहीं हुआ ?
 
यूपी में विधानसभा चुनावों के दौरान कब्रिस्तान और श्मशान पर खूब राजनीति हुई थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तब तुष्टीकरण पर हमला करते हुए कहा था कि अगर कब्रिस्तान बने हैं तो श्मशान भी बनने चाहिए. अब यूपी में योगी आदित्यनाथ की सरकार है, जिसका आरोप है कि अखिलेश सरकार में तो कब्रिस्तान के नाम पर भी घोटाला हो गया और वो भी एक हजार दो सौ करोड़ का.
 
अखिलेश सरकार ने कब्रिस्तान की ज़मीनों को अवैध कब्जे से बचाने के लिए योजना शुरू की थी, जिसके तहत कब्रिस्तानों की चारदीवारी बनाने और उनके सुंदरीकरण के लिए सरकार ग्रांट देती थी. योगी सरकार का दावा है कि अखिलेश यादव की सरकार ने कब्रिस्तानों की घेरेबंदी के नाम पर 1200 करोड़ रुपये फूंक दिए, लेकिन कब्रिस्तानों पर ना तो अवैध कब्ज़े हटे और ना ही कब्रिस्तानों की घेरेबंदी हुई.
 
फिर सरकारी ग्रांट का पैसा कहां दफन हुआ, अब इसकी जांच करने के लिए यूपी सरकार ने तीन सदस्यों की कमेटी बना दी है. अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट गोमती रिवर फ्रंट में भी अरबों का घपला हुआ. पहले तो गोमती रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट की लागत कई गुना बढ़ाई गई और जब योगी आदित्यनाथ ने मौके पर जाकर सच्चाई देखी तो खुलासा हुआ कि 1513 करोड़ के प्रोजेक्ट में 90 फीसदी से ज्यादा यानी 1435 करोड़ खर्च हो चुका है और काम सिर्फ 60 फीसदी ही हुआ है.
 
गोमती रिवर फ्रंट मामले में सरकार ने हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज से जांच कराई और उनकी रिपोर्ट के आधार पर इस प्रोजेक्ट से जुड़े 8 इंजीनियरों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज करा दी गई है. अखिलेश सरकार पर आगरा एक्सप्रेस वे में भी घोटाले का आरोप लग चुका है और उसकी जांच भी कराई जा रही है.
 
अब ये सवाल बेहद गंभीर हो गया है कि योगी सरकार को अखिलेश राज में शुरू हर प्रोजेक्ट में घपले ही घपले क्यों नज़र आ रहे हैं ? क्या अखिलेश के राज में यूपी में घोटालों के अलावा कुछ नहीं हुआ ? आज इसी मुद्दे पर होगी महाबहस.
 
(वीडियो में देखें पूरा शो)

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