लखनऊ: अखिलेश राज में कब्रिस्तानों की चहारदीवारी निर्माण में भारी गड़बड़ी की जांच योगी सरकार कराएगी. 5 साल में चहारदीवारी में 1200 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे. कब्रिस्तान चहारदीवारी योजना अखिलेश सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री आजम खान ने चलाई थी. अब इस योजना में गड़बड़ी की जांच तीन सदस्यीय समिति करेगी.
इस योजना में घपलों को लेकर कई बार कई जिलों से शिकायतें भी हुईं थीं लेकिन तब पूर्व मंत्री के रसूख के चलते हर बार उसे नजरअंदाज कर दिया गया. अब योगी सरकार में इन्हीं शिकायतों को आधार मानते हुए अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर दी है.
अखिलेश सरकार ने 5 साल में चहारदीवारी बनाने के लिए 1200 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे. इस योजना के तहत पहले चार साल इस पर हर साल 200 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे. वहीं 5वे साल इसके लिए 400 करोड़ रुपए का बजट पास कराया गया. जो शिकायतें मिली हैं में पता चला है कि कब्रिस्तानों की चार दीवारी की गुणवत्ता जांचने के लिए डीएम, एसडीएम व तहसीलदारों की जिम्मेदारी तय की गई थी लेकिन किसी ने कभी कुछ नहीं किया.
योगी सरकार ने जांच के लिए विभाग के विशेष सचिव और आईएएस अधिकारियों की अगुवाई में तीन सदस्यों की एक जांच कमेटी बना दी गई है. बनाई गई कमेटी इन पहलुओं की जांच करेगी कि कब्रिस्तान की जो चारदीवारी बनाई गई है वह विवादित जमीन पर तो नही बनाई ? निर्माण जो हुआ है उसके काम की क्वालिटी कैसी है? बाजार से अधिक रेट पर तो कहीं ठेके नहीं दिए गए?