नई दिल्ली: गोरखालैंड की मांग को लेकर जल रहे दार्जिलिंग में बंद के छठे दिन पुलिस फायरिंग में 4 की मौत के बाद रविवार को GJM काला दिवस मना रहा है. गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के प्रदर्शन और बंद को देखते हुए दार्जिलिंग में चप्पे चप्पे पर जवानों की तैनाती की गई है. आंदोलन के बीच केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को प्रदर्शनकारियों से हिंसा नहीं करने और किसी भी मुद्दे के समाधान के लिए बातचीत करने की अपील की.
राजनाथ ने कहा कि सभी पार्टियों और लोगों को अपने मतभेदों का समाधान शांत माहौल में बातचीत के जरिए करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि भारत एक लोकतांत्र देश है, इसमें हिंसा का कोई स्थान नहीं है. यहां हिंसा से किसी मुद्दे का समाधान नहीं हो सकता है. आपसी बातचीत से हर प्रकार के मुद्दे का समाधान हो सकता है.
दार्जिलिंग के हालात को लेकर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से बात की. ममता ने हालात सुधरने की बात कही. राजनाथ ने लोगों से शांति की अपील की. वहीं जीजेएम चीफ गुरुंग कहा कि अगर पुलिस उनके कार्यकर्ताओं को रोकने की कोशिश करेगी तो और हिंसा फैलेगा.
बंद के 7वें दिन GJM ने शहर में शांतिपूर्ण मार्च निकाला. गोरखा जन मुक्ति मोर्चा ने गोरखालैंड की मांग करते हुए, पश्चिम बंगाल पुलिस को हटाने की मांग की. गोरखा जनमुक्ति मोर्चा के आंदोलन का असर दार्जिलिंग के बाहर भी दिखने लगा. कलचीनी में GJM कार्यकर्ताओं ने भी काला दिवस मनाया.
पश्चिम बंगाल के बिपारा में भी बंद का असर दिखा. दुकानें बंद और सड़कों पर सन्नाटा पसरा दिखा. किसी भी हालात से निपटने के लिए जवान मुस्तैद रहे. अलग गोरखालैंड की मांग को लेकर गोरखा जन मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन किया.