श्रीनगर: दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में मारे गए लश्कर आतंकी और उसके साथियों के जनाजे में आतंकियों का जमावड़ा लगा. जनाजे में आए आतंकियों ने अंधाधुंध हवाई फायरिंग की. बिजबेहड़ा में जुनैद मट्टू के जनाजे के दौरान हथियारों से लैस आतंकी अचानक भीड़ में घुस आए. जब ये एक मंच पर खड़े थे, तब दूसरे लोग उनका हौसला बढ़ा रहे थे. देखते ही देखते जनाजे में गोलियों की आवाज गूंजने लगी. ये आतंकी बेखौफ होकर फायरिंग करते रहे.
बता दें कि शुक्रवार को सुरक्षाबलों मे ज्वाइंट ऑपरेशन में जुनैद मट्टू, नासिर और मुजमिल को ढेर कर दिया था. इसके बाद इनके जनाजे में पहुंचकर 15 आतंकियों ने हमदर्दी दिखाने की कोशिश की. जुनैद मट्टू के जनाजे में 5 आतंकी शामिल हुए, जबकि नासिर के जनाजे में 10 आतंकी पहुंचे. काफी देर तक ये आतंकी हाथों में हथियार लहराते रहे फिर हवाई फायरिंग शुरू कर दी.
आतंकवादियों के जनाजे में उनके साथियों के हथियार लहराने और हवाई फायरिंग का ट्रेंड पिछले साल हिजबुल कमांडर बुरहान वानी के जनाजे में शुरू हुआ. इसके बाद हर आतंकी के जनाजे में आतंकवादियों का जमावाड़ लगता है. रिपोर्ट्स के अनुसार जुनैद मट्टू को दफनाए जाने से पहले रस्म के अनुसार चार बार नमाज पढ़ीं. साथ ही आसपास के इलाके यहां तक की दक्षिण कश्मीर के अन्य इलाकों से भी लोग आए थे.
सुरक्षाबलों ने किसी प्रकार की हिंसा से बचने के लिए कश्मीरी लोगों को अंतिम संस्कार में शामिल होने की इजाजत दी थी. बता दें कि सुरक्षाबलों को शुक्रवार सुबह 8 बजे अरवानी गांव के मलिक मोहल्ले के एक घर में लश्कर के टॉप कमांडर जुवैद मट्टू समेत तीन आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी.
करीब पांच घंटे चले ऑपरेशन में जवानों ने मट्टू को मार गिराया था. इसके बाद सुरक्षाबलों ने शनिवार सुबह इसके बारे जाने की पुष्टि की. अफसरों ने बताया जब मट्टू को पकड़ने का ऑपरेशन कर रही थी तो लोगों ने सुरक्षाबलों पर पथराव भी किया. इसके चलते पैलेट चलानी पड़ीं, इसमें 22 साल के लड़के की मौत हो गई और 5 नागरिक जख्मी भी हो गए.