नई दिल्ली : भारतीय रेलवे ने लोगों के सफर को आरामदायक बनाने के लिए हमसफर ट्रेन के नए कोच में कई बदलाव किए हैं. नए कोच में आपको फायर और स्मोक डिटेक्टशन सेंसर, जीपीएस आधारित यात्री सूचना प्रणाली जैसे सुविधाएं मिलेंगी.
रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने बताया कि यात्रियों से मिले फीडबैक के आधार पर मॉडर्न कोच फैक्ट्री को हमसफर एक्सप्रेस के डिब्बों में कई बदलावों का सुझाव दिया था. यात्रियों की इन बातों पर अमल करते हुए हमसफर ट्रेन में कई बदलाव किए गए हैं.
अब यात्रियों को हर सीट पर रिडिंग लाइट और मोबाइल चार्जिंग की सुविधा मिलेगी. ऊपर चढ़ने के लिए लगाई गई सीढ़ी को भी बदला गया. मां अपने छोटे बच्चे के साथ अगर सफर कर रही हैं तो उन्हें भी अब हमसफर ट्रेन के टॉयलेट में बेबी पैड लगाया गया है. इसी के साथ ट्रेन में आपको टी और कॉफीमैकर की सुविधा भी मिलेगी.
अब ट्रेन के टॉयलेट में सिगरेट पीने वाले लोगों से निपटने के लिए लोगों ने रेलवे ने फायर सेंसर लगाया है. ऐसे में अगर कोई भी शख्स अगर सिगरेट-बीड़ी पीता है तो फायर अलार्म बजने लगेगा. साइड लोअर बर्थ मिलने पर लोग परेशान हो जाते थे. साइड लोअर बर्थ में सीट को दो हिस्से होते हैं.
दोनों हिस्सों को उठाकर बैठने लायक भी बना लिया जाता है. हालांकि दो हिस्से होने की वजह से साइड लोअर बर्थ पर लेटने वाले को काफी परेशानी होती है.
अक्सर लोगों को साइड लोअर बर्थ मिलने की वजह से उन्हें परेशानी होती थी क्योंकि सीट के दो हिस्से होते हैं. दोनों हिस्सों को उठाकर बैठने लायक बनाया जाता था लेकिन यात्री को इस परेशानी से बचाने के लिए रेलवे ने इसके डिजाइन में बदलाव किया है.
साइड लोअर बर्थ में ऊपर से कुशन दे दिया गया है. कुशन को खींचकर सीट के ऊपर कर दिया जाता है. इसे लगाने के पीछे रेलवे का मकसद ये है कि यात्रियों को कमर दर्द की शिकायत न हो.