राहुल गांधी को ‘पप्पू’ कहने वाले कांग्रेसी नेता को पार्टी ने दिखाया बाहर का रास्ता

राहुल गांधी को पप्पू कहकर अब तक विरोधी ही उनपर तंज कसते थे, लेकिन अब कांग्रेस के भीतर भी राहुल के लिए ऐसे शब्दों का इस्तेमाल होने लगा है. यूपी के मेरठ में कांग्रेस जिलाध्यक्ष का एक ऐसा ही व्हाट्सऐप मैसेज वायरल हो गया है. इस मैसेज में राहुल गांधी को पप्पू कहा गया है.

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राहुल गांधी को ‘पप्पू’ कहने वाले कांग्रेसी नेता को पार्टी ने दिखाया बाहर का रास्ता

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  • June 14, 2017 4:34 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
मेरठ: राहुल गांधी को पप्पू कहकर अब तक विरोधी ही उनपर तंज कसते थे, लेकिन अब कांग्रेस के भीतर भी राहुल के लिए ऐसे शब्दों का इस्तेमाल होने लगा है. यूपी के मेरठ में कांग्रेस जिलाध्यक्ष का एक ऐसा ही व्हाट्सऐप मैसेज वायरल हो गया है. इस मैसेज में राहुल गांधी को पप्पू कहा गया है. 
 
मैसेज लिखने वाले मेरठ कांग्रेस के जिलाध्यक्ष विनय प्रधान ने राहुल की तारीफ में ये मैसेज डाला था लेकिन राहुल के लिए पप्पू शब्द के इस्तेमाल पर कांग्रेस में लखनऊ से लेकर दिल्ली तक हड़कंप मच गया. आनन-फानन में यूपी कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर ने विनय प्रधान को उनके पद से हटा दिया और पार्टी से भी निलंबित कर दिया.
 
 
वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर का कहना है कि पार्टी नेताओं द्वारा किसी भी तरह की अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी. इधर वायरल मैसेज को लेकर विनय प्रधान ने अपनी सफाई में कहा है कि किसी ने फोटोशॉप करके उन्हें फंसाया है. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक इस प्रकरण के बाद प्रधान को मेरठ कांग्रेस अध्‍यक्ष समेत अन्‍य पदों से हटा दिया गया.
 
 
कांग्रेस ने हालांकि अभी तक इस मसले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है लेकिन बीजेपी ने कहा कि इससे कांग्रेस के भीतर की ‘चापलूसी’ जाहिर होती है. बीजेपी के प्रवक्‍ता संबित पात्रा ने कह कि पप्‍पू कहने पर तो तुरंत दंडित कर दिया गया लेकिन आर्मी चीफ को सड़क का गुंडा कहने पर किसी को दंडित नहीं किया गया.
 
 
कुछ इस तरह है पोस्ट का अंश
राहुल गांधी जिसे देश का एक हिस्सा पप्पू के नाम से भी जानता है. 
आज आप बताएं क्या पप्पू ने कभी महंगी गाड़ियों का शौक पाला? जबकि वह पाल सकते थे.
कभी अंबानी,अडानी, माल्या की पार्टी में शामिल हुआ नहीं ना, जबकि शामिल हो सकते थे. 
पप्पू ने कभी शान शौकत का प्रदर्शन किया? नहीं, परन्तु कर सकता था.
पप्पू मंत्री और प्रधानमंत्री भी बन सकता था पर बना, नहीं, डॉक्टर मनमोहन सिंह उनको प्रधानमंत्री बनाने का इशारा कर चुके थे.
पप्पू से पूरे 10 साल अंबानी अडानी मिलना चाहते रहे साल 2004 से 2014 तक कांग्रेस की ही सरकार रही और पप्पू के केवल एक मात्र इशारे पर सरकार का कोई भी मंत्री उनका काम कर सकते थे लेकिन पप्पू ने अडाणी-अंबानी को 5 मिनट का भी समय तक नहीं दिया. क्योंकि पप्पू था जानता था ये सरकार से केवल बिजनेस करेंगे गरीबो का खून चूसेंगे और जनता ने हमें इनसे मिलने के लिए बहुमत नहीं दी है.

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