नई दिल्ली: गुजरात के अमरेली में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पर चूड़ियां फेंकी गईं. ये तब हुआ जब मोदी सरकार के तीन साल पूरे होने पर स्मृति ईरानी एक सभा को संबोधित कर रही थीं.
चूड़ी फेंकने वाला शख्स किसान बताया जा रहा है लेकिन स्मृति ईरानी ने इसके पीछे कांग्रेस का हाथ होने का आरोप लगाया. स्मृति ने कहा कि एक महिला पर चूड़ियां फेंकने के लिए पुरुष का इस्तेमाल करना कांग्रेस की सही रणनीति नहीं है.
दूसरी तरफ, कांग्रेस का दावा है कि वो शख्स एक किसान है जो कर्जमाफी की मांग कर रहा था. चूड़ियां फेंकने वाले की पहचान केतन कसवाला के तौर पर हुई है. पुलिस ने उसे फौरन हिरासत में ले लिया गया है.
हालांकि, स्मृति ईरानी ने पुलिस से कहा कि वो उसे चूड़ियां फेंकने दे. बाद में वो उन चूड़ियों को तोहफे के तौर पर उसकी पत्नी को सौंप देंगी. बता दें कि गुजरात में साल के अंत में विधानसभा चुनाव हैं. कांग्रेस किसानों को अपने साथ लेने में जुटी है. यही वजह है कि चूड़ी फेंकने वाले शख्स को छुड़ाने के लिए कांग्रेस नेता अनशन पर बैठ गए थे.
कांग्रेस दलितों और पाटीदारों का भरोसा जीतने की रणनीति पर चल रही है. इसी के तहत उसने शंकर सिंह वाघेला और भरत सिंह सोलंकी जैसे नेताओं के पर कतर दिए हैं. वहीं, राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में एक समिति बना दी है.
इस समिति के चार सदस्यों में से एक जीतू पटवारी हैं. वही जीतू पटवारी जो मध्य प्रदेश में कांग्रेस के विधायक हैं और वहां के किसान आंदोलन में उनकी भूमिका बेहद सक्रिय रही है. हाल ही में पटवारी को इंदौर में वहां के एसडीएम से उलझते देखा गया था.