नई दिल्ली: ‘मेरी पहचान आम लोगों के बीच दूसरों से अधिक है, क्योंकि जब मैं लोगों के बीच जाता हूं तो लोग कहते हैं ललूआ आ गया…ललूआ आ गया….’ जी हां हम बात कर रहे हैं राजद सुप्रीमो और पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव की. आज लालू प्रसाद यादव का जन्मदिन हैं.लालू प्रसाद यादव आज 70वां जन्मदिन मना रहे हैं. लालू प्रसाद यादव न सिर्फ एक राजनेता के तौर पर बल्कि अपने चुटकीलें बयानों के कारण हमेशा से अपने विरोधियों के बीच भी चर्चा में रहते हैं. लालू प्रसाद यादव का जन्म 11 जून 1948 को बिहार के गोपालगंज के फुलवरिया गांव में हुआ था.
लालू प्रसाद बचपन के दिनों में गांव के छोटे बच्चों के साथ गाय और भैंसे चराया करते थे और उनके लिए चारे की व्यवस्था करते थे. ये बात अगल है कि लालू बाद में खुद चारा घोटाले में जेल की हवा खा चुके हैं. लालू यादव ने साल 1973 में राबड़ी देवी से शादी रचाई और 1990 से 1997 तक बिहार के मुख्यमंत्री रहे. लालू प्रसाद यादव बहुत ही गरीब परिवार से थे और राबड़ी देवी एक सुखी और संपन्न घर से थीं. इतना ही नहीं कहा यह भी जाता है कि लालू प्रसाद एक कच्चे मिट्टी के मकान में रहते थे.
2004 से 2009 तक केंद्र की यूपीए सरकार में रेल मन्त्री का कार्यभार सौंपा गया. रेलवे में कुल्हड़ की शुरुआत, लालू यादव हमेशा ही सुर्खियों में रहे हैं. लालू प्रसाद यादव हमेशा से अपने देहाती अंदाज और बयानों को लेकर चर्चा में रहे हैं. अपने चुटीले बयानों से उन्होंने हमेशा सबके दिलों पर राज किया खासतौर पर बिहार की जनता के दिलों पर. ‘जब-तक समोसे में आलू रहेगा, तब तक बिहार में लालू रहेगा’ लालू प्रसाद यादव का ये बयान काफी सुर्खियों में रहा है. लालू प्रसाद यादव ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी के भी बहुत बड़े फैन है. इसलिए जब विरोधियों ने बिहार की सड़कों की तुलना ओम पुरी के गालों से की तो लालू ने कहा कि ‘बिहार की सड़कों को हेमामालिनी के गाल की तरह चिकनी बना देंगे’.
इसके अलावा जब उनसे एक बार यह पूछा गया था कि आप हेमा मालिनी के फैन हैं तो उन्होंने तुंरत इस बात का जवाब देते हुए कहा था कि मैं तो उनका एयरकंडीशनर हूं. इतना ही नहीं जब लालू प्रसाद से टॉपर घोटाला व परीक्षा में मनमानी और नकल के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा था कि ‘हम तो छात्रों को पूरी किताब ही दे देते थे’ इसके अलावा लालू प्रसाद यादव आए दिन अपने चुटीले बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं.