नई दिल्ली: दुनिया में हर किसी को नाम कमाने का शौक होता है, फर्क बस इतना है कि जहां ज्यादातर लोग अच्छे कामों को करके नाम कमाना चाहते हैं जबकि कुछ लोग गलत काम के जरिए अपना नाम कमाना चाहते हैं. ऐसा ही कुछ जुनैद चौधरी के साथ हुआ है जिसे पुलिस ने पाकिस्तानी मूल के कनाडाई लेखक तारिक फतेह को मारने की साजिश के आरोप में गिरफ्तार किया है.
सूत्रों के मुताबिक 21 साल के जुनैद का ख्वाब था कि वो गैंगस्टर बने. वो लगातार तीन महीने से अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा शकील को फोन व्हाट्सएप और दूसरे साधनों के जरिए संपर्क करने की कोशिश कर रहा था. दरअसल एक बार छोटा शकील का नंबर न्यूज चैनल पर दिखाया जा रहा था और तभी से जुनैद उस नंबर पर बार बार फोन और मैसेज करके छोटा शकील से संपर्क साधने की कोशिश करता.
लेकिन उसे ये नहीं पता था कि छोटा शकील का नंबर पुलिस सर्विलांस में है. जानकारी के मुताबिक छोटा शकील ने जुनैद का टेस्ट करने के लिए उसे छोटा राजन को मारने का प्लान बनाने को कहा जो तिहाड़ जेल में बंद है. इसके अलावा जुनैद को हिंदू महासभा के अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणी को भी मारने के लिए कहा गया.
जुनैद ने प्लान बनाया कि वो स्वामी चक्रपाणी को मारकर तिहाड़ चला जाएगा और वहां छोटा राजन को मार देगा. छोटा शकील जुनैद के प्लान से खुश हुआ और उसे दो लाख रूपये भेजे जिससे उसने बंदूक खरीदी और तीन लोगों को हायर किया.
लेकिन वो अपने इरादों में कामयाब हो पाता उससे पहले ही पुलिस ने उसे पकड़ लिया. जुनैद दो महीने बाद छूट गया. लेकिन एक बार फिर जुनैद पुलिस के हत्थे तब चढ़ा जब वो एक आर्म्स डीलर से बंदूक और गोलियां खरीदने की बात कर रहा था साथ ही छोटा शकील का भी नाम ले रहा था.
स्पेशल सेल के ज्वाइंट कमिश्नर ऑफ पुलिस एम एम ओबरॉय के मुताबिक ‘उसकी बातें सुनकर हमने उसे पकड़ने के लिए जाल बिछाया और फिर हमने उसे बंदूक और गोलियों के साथ दिल्ली से गिरफ्तार किया.’
पुलिस के मुताबिक उसके फोन की जांच से पता चला है कि वो छोटा शकील से फोन के अलावा व्हाट्सएप, वाइबर और दूसरे माध्यमों के जरिए जुड़ा हुआ था. यहां तक कि उसने जो बंदूक खरीदी थी उसकी तस्वीर भी उसने छोटा शकील को भेजी थी.