मंदसौर: एमपी में किसानों के प्रदर्शन और मंदसौर हिंसा के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शांति की अपील के साथ भोपाल के दशहरा मैदान में अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठ गए हैं. इस उपवास का मकसद किसानों और जनता से चर्चा कर शांति बहाली स्थापित करना है.
कांग्रेस ने सीएम शिवराज के उपवास पर उन्हें घेरने की तैयारी कर ली है. बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता सीएम के उपवास स्थल का घेराव करने पहुंच गए हैं. कांग्रेस ने शिवराज के उपवास को एक राजनीतिक ड्रामा बताया है और कहा है कि सीएम लोगों की सहानभूति पाना चाहते हैं इसलिए ऐसा कर रहे हैं.
कांग्रेस नेता अरुण यादव ने कहा कि किसानों की समस्या की समाधान के बजाय सीएम नौटंकी पर उतर आए हैं. केजरीवाल शैली की इस नौटंकी में वो करोड़ों खर्च करेंगे. कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर ये उपवास किसके विरुद्ध है. सच ये है कि सीएम मूल मुद्दे से ध्यान हटाने और लोगों को गुमराह करने के सस्ते हथकंडे पर उतर आए हैं.
मध्यप्रदेश के रायगढ़ में कांग्रेस ने आर्थिक नाकेबंदी कर धरना प्रदर्शन किया. सिर्फ छोटी गाड़ियों को बॉर्डर से अंदर जाने दिया गया. वहीं मध्यप्रदेश के भिंड में भी कांग्रेस ने सब्जियों के साथ धरना दिया. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुलिस लाइन के सामने रोड जाम कर दिया.
शिवराज ने कहा है कि वो तब तक उपवास पर रहेंगे जब तक शांति बहाल न हो जाए. किसान, नौजवान, गरीब सबके लिए केवल एक लक्ष्य रहा है. खेती लाभ का धंधा बने इसके प्रयास किए गए. इस दौरान शिवराज ने कहा कि मैंने हर विपदा में किसान के खेतों में जाकर देखा और किसान को राहत दिया है.
वहीं दूसरी ओर कृषि मंत्री जीएस बिसेन ने न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत करते हुए कहा कि एमपी में किसान की कर्ज का स्थान नहीं बनता. क्योंकि आज हम ब्याज नहीं बल्कि सामग्री में मूलधन पर 10 प्रतिशत कम ले रहे हैं जब हमने किसान से ब्याज ही नहीं लिया, हमने जब किसान पर ब्याज ही नहीं लगने दिया तो किस बात का कर्ज माफ होगा ? बता दें कि उपवास मंच पर सीएम की पत्नी साधना सिंह, वरिष्ठ बीजेपी नेता बाबूलाल गौर, प्रभात झा समेत मंत्रिमंडल के कई सदस्य हैं.