नई दिल्ली: भारत के कानून और न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि वे वेद पढ़ रहे हैं जबकि उन्हें गीता पढ़ने जरूरत है. रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया में के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि राहुल गांधी को कर्म करना पड़ेगा, संघर्ष करना पडेगा. परिवार से सीधे राजनीति में आने से कुछ नहीं होता.
प्रसाद ने महागठबंधन के सवालों पर कहा कि ये महागठबंधन नहीं है डर का गठबंधन है. लालू हो या अखिलेश ये लोग मिलकर देश का कल्याण करेंगे? रविशंकर प्रसाद ने एससीओ में पीएम मोदी और पाक पीएम नवाज शरीफ के मुलाकात के सवाल पर कहा कि रास्ते में कोई मिले तो नमस्कार कहना यह हमारा शिष्टाचार है.
पूजा का सम्मान लेकिन कुप्रथा का नहीं
रविशंकर प्रसाद ने तीन तलाक के सवालों पर जवाब देते हुए कहा कि यह सवाल धर्म, पूजा, इबादत का नहीं है. पूजा का सम्मान करते हैं लेकिन कुप्रथा को नहीं मानेंगे. उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि विश्व के 21 देशों ने तीन तलाक को नियंत्रित किया है.
नेताओं की खामोशी को बताया वोट बैंक पॉलिटिक्स
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि तीन तलाक के मुद्दे पर सोनिया गांधी, मायावती, ममता बनर्जी के खामोशी के पीछे वोट बैंक पॉलिटिक्स है. इन्होंने कहा कि कपिल सिब्बल पूर्व कानून मंत्री हैं ,रामलला का वकील उनसे सवाल पूछना चाहता है. उनके राम आस्था है तीन तलाक भी आस्था है, कपिल सिब्बल के इस बहस की निंदा करता हूं.
किसान आंदोलन के पीछे हो रही राजनीति
रविशंकर प्रसाद ने एमपी में किसानों के आंदोलन के सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि मध्य प्रदेश का सवाल है कृषि विकास दर बढ़ा है. उन्होंने कहा कि इस आंदोलन के पीछे विरोधी ताकतें हैं जो राजनीति की रोटी सेक रही हैं.