अस्ताना: कजाकिस्तान के अस्ताना में शंघाई सहयोग संगठन समिट (SCO) आज से शुरू हो रहा है. जिसमें शिरकत करने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी पहुंच गए हैं. खबर है कि अस्ताना में पीएम मोदी चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मिलेंगे. हालांकि पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ से उनकी मुलाकात पर सस्पेंस है. पीएम SCO देशों के कुछ और नेताओं से मुलाकात करेंगे.
भारत-पाक बनेंगे मेंबर
विदेश मामलों में भारत को बड़ी कामयाबी मिलने जा रही है. भारत, शंघाई सहयोग संगठन यानी SCO का फुल टाइम मेंबर बनने जा रहा है. कजाकस्तान की राजधानी अस्ताना में 2 दिनों का SCO समिट होने जा रहा है. भारत के साथ-साथ पाकिस्तान को भी SCO का मेंबर बनाया जाएगा. विश्व की जनसंख्या का 40 फीसदी हिस्सा SCO देशों में निवास करती है, जबकि विश्व जीडीपी में इसका योगदान 20 फीसदी है.
पीएम मोदी ने क्या कहा ?
पीएम मोदी ने अपने दो दिवसीय यात्रा से पहले कहा है कि वह SCO से जुड़े देशो के साथ संबध प्रागाढ़ करने के लिए उत्सुक हैं. पीएम ने बुधवार को ही समिट में जाने से पहले ही कहा कि मैं SCO के साथ जुड़ने के लिए काफी उत्सुक हूं. इससे हमें आर्थिक क्षेत्र, संपर्क, आतंकवाद रोधी सहयोग और कई अन्य चीजों में सहयोग मिलेगा.
नहीं होगी मोदी-नवाज की मुलाकात
बता दें कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पहले ही बता दिया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नवाज शरीफ की मुलाकात नहीं हो सकती. उन्होंने कहा कि इस तरह की मीटिंग ना तो हमारी तरफ से प्लान की गई है और ना ही वहां से इस तरह की कोई प्लानिंग हुई है. उन्होंने ये भी कहा कि बातचीत और आतंकवाद दोनों साथ-साथ नहीं चल सकता.
क्यों अहम है SCO ?
व्यापार, कम्यूनिकेशन, ऊर्जा, बैंकिंग के मामलों में सदस्य देशों का सहयोग मिलेगा
चीन, रूस, कजाकस्तान, किर्गिस्तान, तजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान SCO के सदस्य देश
सदस्य देशों के बीच सैन्य सहयोग भी होता है
आतंकवाद के खिलाफ भी SCO के सदस्य देश साथ मिलकर काम करते हैं
विश्व की जनसंख्या का 40 फीसदी हिस्सा SCO देशों में निवास करती है
शुक्रवार को कजाकस्तान की राजधानी अस्ताना के पैलेस ऑफ इंडीपेंडेंस पर दुनिया भर की नजरें होंगी इसलिए नहीं कि यहां पुतिन और शी जिनपिंग जैसे दुनिया के बड़े नेताओं का जमावड़ा होगा बल्कि इसलिए कि यहां एक बार फिर भारत के पीएम नरेन्द्र मोदी और पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ आमने सामने होंगे.