पटना: बिहार में इस बार भी 12वीं का टॉपर फर्जी निकला. गणेश कुमार को उम्र और असली नाम छिपाकर परीक्षा देने के आरोप में जेल भेज दिया गया लेकिन जाते-जाते उसने आतंकी बनने की धमकी दे डाली. 12वीं के रिजल्ट के बाद पूरा बिहार उबल रहा है. छात्र गुस्से में हैं और गुस्सा सरकार के खिलाफ है.
बिहार में इंटरमीडिएट के रिजल्ट में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए वामपंथी छात्र संगठनों ने पटना में प्रदर्शन किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. इंटरमीडिएट के रिजल्ट के मामले को लेकर दरभंगा में भी लेफ्ट के छात्र संगठनों ने प्रदर्शन किया और ट्रेन भी रोक दी.
आइसा कार्यकर्ताओं ने कहा कि जब सरकार की मंशा सही है तो छात्रों के साथ स्कूटनी का ढोंग क्यों रचा जा रहा है. इंटरमीडिएट के छात्रों को नि:शुल्क पुनः मूल्यांकन कर परीक्षाफल प्रकाशित करना चाहिए और इंटर परीक्षा में हुई धांधली की उच्चस्तरीय न्यायिक जांच करा सरकार को दूध का दूध और पानी का पानी कर देना चाहिए.
छात्रों ने इंटरमीडियेट कौंसिल की बिल्डिंग के बाहर सड़क पर लेट गए और जब पुलिस पहुंची तभी भी ये टस से मस नहीं हुए. छात्रों का कहना है कि जो कुछ हुआ, वो सिस्टम की बदौलत हुआ है और जब तक दोबारा कॉपियां चेक नहीं की जाती, उनका विरोध थमने वाला नहीं है.
बता दें कि इससे पहले हाजीपुर में भी रिजल्ट के बाद छात्रों ने काफी बवाल किया. यहां फेल हुए छात्रों ने नेशनल हाईवे जाम कर दिया. टायर जलाकर आग लगाई और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. गणेश को लेकर हुए नए खुलासे में पता चला कि उसकी उम्र 24 साल नहीं बल्कि 42 साल है. वो दो बच्चों का बाप है.