शिलोंग: बीफ खाने का विवाद लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. मवेशियों को काटने के लिए बाजार में बेचने पर केंद्र सरकार के प्रतिबंध का विरोध न सिर्फ विपक्षी पार्टियां कर रही है बल्कि बीजेपी में इस मामले को लेकर घमासान जारी है. मेघालय में बीजेपी को एक और बड़ा झटका लगा है. बीफ बैन के मुद्दे पर मेघालय के नॉर्थ गारो हिल्स जिले के बीजेपी अध्यक्ष बच्चू मारक ने इस्तीफा दे दिया है.
एक हफ्ते के भीतर बीजेपी के दूसरे बड़े नेता का इस्तीफा है. इससे पहले पार्टी के जिला अध्यक्ष बर्नाड मारक ने भी बीफ़ बैन के मुद्दे पर इस्तीफ़ा दे दिया था. इस्तीफा के बाद मारक ने कहा कि मैं गारो की भावनाओं से समझौता नहीं कर सकता हूं. एक गारो के तौर पर यह मेरी जिम्मेदारी है कि मैं अपने समुदाय के हित की रक्षा करूं. बीफ खाना हमारे कल्चर का हिस्सा रहा है. पार्टी की नॉन-सेक्युलर सोच को किसी जाति पर थोपना सही नहीं है.
बच्चू मारक ने अपना इस्तीफा पार्टी अध्यक्ष शिबुन लिंगदोह को सौंपा है. हालांकि बीजेपी ने साफ कर दिया है मेघालय में बीफ बैन नहीं है. इतना ही नहीं बीजेपी ने ऐसी रिपोर्ट्स को भी गलत बताया है जिसमें कहा जा रहा है कि मेघालय में सरकार बीफ बैन की योजना बना रही है.
हाल ही में बाचु ने मोदी सरकार के तीन साल पूरे होने के मौके पर गारो हिल्स में बिची (चावल की बीयर) और बीफ पार्टी का प्रस्ताव दिया था जिसको लेकर पार्टी के नेतृत्व ने आलोचना की थी. इसके बाद ही बाचु ने फेसबुक पर अपने इस्तीफे का ऐलान कर दिया था. उसने कहा कि एक गारो के तौर पर यह मेरी जिम्मेदारी है कि मैं अपने समुदाय के हित की रक्षा करूं. बीफ खाना हमारे कल्चर का हिस्सा रहा है.