नई दिल्ली: देश के कई हिस्से प्रचंड गर्मी से बेहाल हैं. राजस्थान के जालोर में 6 लोगों ने दम तोड़ दिया. कई शहरों में पारा 48 डिग्री पर जा पहुंचा है. क्या ये 50 डिग्री को भी छू सकता है? चूंकि आज विश्व पर्यावरण दिवस भी है. लिहाजा पर्यावरण से छेड़छाड़ और गर्मी के टॉर्चर साथ में मिले हुए हैं.
गर्मी से इंसान तो इंसान जानवर भी परेशान हो रहे हैं. राजस्थान में एक घोड़ गर्मी से इतना परेशान हो गया कि वह गाड़ी का शीशा तोड़कर अंदर जा घुसा. असल में गर्मी ने इसे इतना बेहाल किया कि ये खुद को तांगे से छुड़ाकर राहत की तलाश में भाग निकला. लेकिन मुंह में लगी चारे की पोटली आंखों पर आ गई और फिर इसने ऐसी अंधांधुंध छलांग लगाई कि कार में जा घुसा.
रविवार को दिल्ली का तापमान 47.8 डिग्री पर लचला गया. वहीं पंजाब और हरियाणा में लू का भयानक प्रकोप जारी है. जम्मू में 7 साल का रिकॉर्ड तोड़ते हुए पारा 45.1 डिग्री पर पहुंचा तो लखनऊ में 45.3 डिग्री दर्ज किया गया. डर है कि पारा 50 डिग्री को न छू जाए. वैसे दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में 6 जून की शाम से राहत मिलने की उम्मीद है.
दरअसल, बढ़ती गर्मी का सीधा कनेक्शन पर्यावरण से हो रहे छेड़छाड़ से है. इस छेड़छाड़ की वजह से एक चेतावनी भी सामने आई जिसमें कहा गया कि 21वीं सदी के अंत तक धरती खत्म हो जाएगी. हिंदुस्तान में 1880 से 2013 के बीच 40 फीसदी जंगल का सफाया हो गया है. पिछले सौ साल में धरती का तापमान 0.18 डिग्री बढ़ा हैं. 21वीं सदी के अंत तक 1.1 से 6.4 डिग्री तक ऊपर पारा जा सकता है. ऐसा हुआ तो धरती तबाह हो सकती है. पेड़ों की कटाई के बाद धरती का सबसे बड़ा दुश्मन प्लास्टिक बनकर उभरा है.
दुनिया में हर साल 300 मिलियन टन प्लास्टिक बनकर तैयार हो रहा है. इसमें 88 लाख टन हर साल समंदर में जा रहा है और मछलियों को मार रहा है. प्लास्टिक से प्रदूषण फैलाने में भारत टॉप 20 देशों में शामिल है.
वहीं प्रदूषण के मामले में दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों की लिस्ट में दस शहर हमारे हैं. इनमें इलाहाबाद तीसरे, दिल्ली 11वें और लखनऊ 18वें नंबर पर है. दुनिया के तमाम देशों की तरह प्रदूषण को कम करने और धरती को बचाने के लिए भारत ने अपने संकल्प को दोहराया है.