इलाहाबाद: यूपी में सरकारी बाबूओं ने जैसा ठान लिया है कि सीएम योगी आदित्यनाथ कुछ भी कहें, वो अपने मन की ही करेंगे. सीएम योगी के इलाहाबाद दौरे के लिए अधिकारियों ने सरकारी अस्पताल में रातों रात 20 कूलर टेंट हाउस से किराए पर लाकर कूलर लगा दिए. वही, एक अहम मीटिंग में योगी के सामने ही उनके एक मंत्री नंद गोपाल नंदी झपकी लेते नजर आए.
इलाहाबाद में एक बार फिर सीएम योगी की आंखों में धूल झोंकने की कोशिश की गई. इलाहाबाद के एसआरएन अस्पताल में योगी के दौरे से ठीक पहले अधिकारियों ने किराए के कूलर लगा दिए. लेकिन जैसे ही सीएम योगी यहां से निकले, अस्पताल से ये सारे कूलर वापस चले गए. इन कूलर्स को एक स्थानीय टेंट वाले के यहां से मंगाया गया था.
हॉस्पिटल के दौरे से संबंध में शुक्रवार को मुख्यमंत्री ऑफिस से आदेश जारी कर दिया गया था. आदेश में कहा गया था कि पहले से ही हम जमीन पर बैठने वाले इंसान हैं, इसलिए किसी भी प्रकार का खास इंतजाम न किया जाए. मुख्यमंत्री तभी सम्मान के लिए योग्य होंगे जब राज्य के लोग अपने आपको सम्मानित महसूसस करेंगे. 24 घंटे भी नहीं बीते कि उनके आदेश को अधिकारियों ने ताक पर रख दिया.
सीएम को किराए के कूलर की भनक न लगे इसके लिए प्रशासन ने कूलर पर लिखे टेंट हाउस के नाम को ढंक दिया था. कूलरों पर टेंट हाउस के नाम (जायसवाल कंपनी) पर जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन का नाम चिपका दिया गया था. अस्तपताल में भर्ती एक मरीज के परिवार वाले ने बताया कि सीएम के आने पर कूलर लगाए गए थे, उनके जाते ही कूलरों को हटवा दिया गया. मरीज ऐसी गर्मी में लेटे हुए हैं.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी करुणाकर द्विवेदी ने बताया कि टेंट हाउस से कूलर मंगाने की खबर गलत हैं. हॉस्पिटल में हमारे पास 75 से 80 कूलर हैं जिन्हें वॉर्ड में लगाया गया है. एक या दो कूलर कल काम नहीं कर रहे थे और तकनीकी इंचार्ज ने सीएम योगी के आने के पहले उन्हें बदलवाने के लिए कहा. हमने हां कर दिया. मुझे नहीं पता कि मरीज क्या कह रहे हैं लेकिन यह खबर गलत हैं. मामले को तूल पकड़ता देख जिले डीएम संजय सिंह ने जांच के आदेश दे दिए हैं.