नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में कानून-व्यवस्था बनाए रखने और तनाव को कम करने के उद्देश्य से केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को हाईलेवल बैठक बुलाई थी. इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, केंद्रीय गृह सचिव के अलावा आईबी के अधिकारी, रॉ चीफ और रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे.
खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के बाद राजनाथ ने ये बैठक बुलाई. सूत्रों से पता चला है कि गृह मंत्रालय के पास लगातार कुछ ऐसे इनपूट आ रहे थे जिसमें पाकिस्तान की खूफिया एजेंसी आईएसआई घाटी में हालात को और बिगाड़ सकती है. गृह मंत्रालय ने कहा है कि घाटी में शांती और स्थिति को समान्य करने के लिए यह बैठक की गई.
एजेंसियों ने गृह मंत्रालय को दी रिपोर्ट में साफ तौर पर कहा गया है कि आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिद्दीन के 50 से 70 आतंकी भारतीय सीमा में घुसपैठ को लेकर तैयार हैं. वह लांचिंग पैड पर बैठे हुए हैं उन्हें पाकिस्तान में बैठे हुए आकाओं से सीधे तौर पर निर्देश दिया जा रहा है कि भारतीय सीमा में जल्द से जल्द घुसें.
आईएसआई इन्हें एलओसी पर किसी भी वक्त भेजा जा सकता है. मौका मिलने पर ये 4-5 की संख्या में भारतीय सीमा में दाखिल हो सकते हैं. इनका मकसद घाटी में फैली अशांति को और भड़काना है. ताकि पाकिस्तान कश्मीर को इंटरनेशनल फोरम पर मुद्दा बना सके.
पाकिस्तान में बैठे आतंकी सरगना हाफ़िज़ सईद और बाकि आतंकी संगठनों ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ मिलकर कश्मीर में युवाओं को पत्थरबाजी के लिए उकसाने और भारत के खोलाफ प्रोपगेंडा करने में लगा हुआ है. इसके लिए आतंकी कश्मीर में पत्थरबाजी और आतंकी मुठभेड़ के वीडियो और फोटोग्राफ को एडिट करके सोशल मीडिया पर व्हाट्सएप, यूट्यूब और फेसबुक के जरिये फैला रहे हैं.
बता दें कि जम्मू−कश्मीर के बांदीपोरा जिले के संबल इलाके में सोमवार सुबह आतंकियों ने सीआरपीएफ की 45वीं बटालियन के कैंप पर हमला कर दिया. सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए चार आतंकियों को मार गिराया है. आतंकियों के पास से भारी मात्रा में हथियार बरामद हुए थे.