लखनऊ : सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की छोटी बहु अपर्णा यादव का नाम विवादों के बीच घिरता नजर आ रहा है, एक आरटीआई के जरिए इस बात का खुलासा हुआ है कि उनके द्वारा संचालित कान्हा उपवन को सपा सरकार में नियम विरुद्ध 5.29 करोड़ का अनुदान दिया गया था.
कान्हा उपवन गोशाला को बीते चार सालों में कुछ 7.85 करोड़ का भुगतान हो चुका है, इस कान्हा उपवन का संचालन एक एनजीओ द्वारा किया जाता है, जो कि अपर्णा यादव का ही है. इसके साथ मुलायम सिंह के छोटे बेटे व अपर्णा यादव के पति प्रतीक यादव भी जुड़े हुए हैं.
कान्हा उपवन से जुड़े मामले में डॉ. नूतन ठाकुर ने पशुपालन विभाग तथा उत्तर प्रदेश गोसेवा आयोग से आरटीआई द्वारा अनुदान से जुड़ी महत्वपूर्ण सूचना मांगी थी, उन्हें आईटीआई में मिले जवाब के अनुसार अनुदान (सहायता राशि) में नियमों की अवहेलना की बात सामने आई है.
गोसेवा आयोग के जन सूचना अधिकारी डॉ संजय यादव की सूचना के मुताबिक कान्हा उपवन, नादरगंज, लखनऊ का संचालन करने वाले जीव आश्रय गोशाला को वर्ष 2013-14 में 1.25 करोड़, 2014-15 में 1.46 करोड़, 2015-16 में 2.58 करोड़ तथा2016-17 में 2.56 करोड़ यानी कुल 7.85 करोड़ रुपए की सहयोग राशि दी गई थी.
लेकिन सूचना के अनुसार पहले यह अनुदान कृषि विपणन विभाग के शासनादेश दिनांक 03 अक्टूबर 2006 के अनुसार दिया जाता था. अनुदान मिलने में देरी होने के आधार पर इस शासनादेश को 8 जनवरी 2016 को बदल दिया गया. लेकिन दोनों शासनादेश में गोसेवा आयोग द्वारा प्रेषित प्रस्ताव पर निदेशक, पशुपालन विभाग की संस्तुति पर ही अनुदान दिए जाने की व्यवस्था है.
इसके विपरीत डॉ वी के सिंह, संयुक्त निदेशक, गोशाला, पशुधन विभाग द्वारा दी गई सूचना के मुताबिक केवल साल 2016-17 में पशुधन विभाग की अनुदान के लिए संस्तुति ली गई. इससे पूर्व किसी प्रकार की संस्तुति नहीं ली गई.