नई दिल्ली: चार वेद और 18 पुराण और 21 उपपुराणों में महादेव की नगरी काशी का जिक्र मिलता है. काशी महादेव की राजधानी है यहां मां शक्ति, मां लक्ष्मी और मां अन्नपूर्णा का निवास है. धर्मशास्त्रों में कहा गया है कि यहां शरीर का त्याग करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है.
कुछ जानकारों का ये भी मानना है कि कैलाश की तरह ही काशी में अदृश्ययोगियों का वास है. ये योगी हजारों सालों से काशी में रहकर महादेव की अराधना कर रहे हैं और अगर कोई गहरी निष्ठा से महादेव की नगरी में आये तो उन्हें ये अदृश्ययोगी दिखाई भी पड़ते हैं. काशी के बारे में ये भी कहा जाता है कि यह ब्रह्मांड की सबसे पुरानी नगरी है.
काशीविश्वनाथ मंदिर 12 ज्योर्तिलिंगों में से एक है. महादेव का ये मंदिर हजारों साल पहले काशी में बनाया गया. हिंदु धर्म में महादेव के इस मंदिर का बेहद खास महत्व है. कहते है कि जिसने एक बार काशीविश्वनाथ के दर्शन कर लिये वो तमाम पापों से मुक्त हो जाता है और उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है. काशी के बारे में ऐसा कहा जाता है कि काशी में हर दस कदम में एक मंदिर है. काशी में होने वाले पाप-पुन्य, सही-गलत हर चीज का हिसाब बाबा काल भैरव रखते हैं.
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