नीतीश राज में धड़ल्ले से कदम-कदम पर बिहार में बेची जा रही है शराब

स्पेशल कॉरेस्पॉन्डेंट में आज आपको बिहार में शराबबंदी की कामयाबी के नशे में झूमती नीतीश सरकार की आंखें खोल देने वाला सच आपके सामने रखने जा रहे हैं.

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नीतीश राज में धड़ल्ले से कदम-कदम पर बिहार में बेची जा रही है शराब

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  • June 3, 2017 4:58 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
नई दिल्ली: स्पेशल कॉरेस्पॉन्डेंट में आज आपको बिहार में शराबबंदी की कामयाबी के नशे में झूमती नीतीश सरकार की आंखें खोल देने वाला सच आपके सामने रखने जा रहे हैं.  बिहार में कानूनन तो शराबबंदी है. सुशासन बाबू के नाम से मशहूर नीतीश कुमार शराबबंदी वाला सीएम कहलाना पसंद करते हैं.
 
इंडिया न्यूज संवाददाता वरुण जैन की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट उनका ये मुगालता खत्म कर देगी. इंडिया न्यूज़ की टीम सीएम साहब के भ्रम को झकझोर कर रख देने के साथ साथ शराबबंदी का एक-एक सच उधेड़ कर आपके सामने रखा है. हमारी इस खास पेशकश को देखने के बाद कोई आपसे पूछेगा कि क्या बिहार में शराबबंदी है तो आप कहेंगे नहीं बिल्कुल नहीं. बिहार में तो कदम-कदम मधुशाला है. 
 
शराब माफिया बिहार से नेपाल बड़ी ही आसानी से बॉर्डर पार कर जाते हैं और उसके बाद वहां से जो तस्कर है. शराब खरीदकर इसी बॉर्डर के रास्ते बिहार चले जाते हैं. शराब माफिया नेपाल से बड़ी मात्रा में शराब खरीदकर भारत-नेपाल बॉर्डर के रास्ते बिहार पहुंचाई जाती है. 
 
रिपोर्टर – यहां पर सब आते होंगे उधर से ?
दुकानदार – आते हैं… आकर खाकर चले जाते हैं… 
दुकानदार – हम दारू के डीलर हैं… उसके स्टाफ हैं… 
दुकानदार – बहुत आते हैं… सब वैसा ही है… 
दुकानदार – आते हैं… 4-5 लेकर चले जाते हैं… 
रिपोर्टर – बॉर्डर पर चेकिंग नहीं होती ?
दुकानदार – यहां पर तो नहीं होती… 
दुकानदार – ऐसे वॉलन्टियर्स सब हैं… 
दुकानदार – जो रात-दिन यही काम ही करते हैं… 
दुकानदार – उनको सब जानते हैं..
रिपोर्टर – करा दीजिए व्यवस्था ?
दलाल – हां… बोलिए… 
दुकानदार – है क्या ?
दलाल – कितना चाहिए ?
रिपोर्टर – कौन सी मिलेगी ?
दलाल –  OK
रिपोर्टर – कौन सी ?
दलाल – गोल्डेन ओके…
रिपोर्टर – और कोई दूसरी भी मिलेगी क्या ?
रिपोर्टर – गोल्डेन ओके कहां की है ?
दलाल – नेपाल की… 
रिपोर्टर – दिल्ली, हरियाणा या पंजाब वगैरह की नहीं मिलेगी ?
दलाल – नहीं नेपाल की ही… 
रिपोर्टर – कितने की है ?
दलाल – 200 रुपए…
रिपोर्टर – मंगवा दो… 
दलाल – हां मंगवा देते हैं… 
रिपोर्टर – यहां पर दिक्कत नहीं होती है ?
दुकानदार – नहीं… वहां पर अंडे की दुकान लगती है… 
दुकानदार – कोने पर अंडे की दुकान लगती है… 
रिपोर्टर – पुलिस तंग नहीं करती है ?
दुकानदार – नहीं… सबको पैसे मिलते हैं…
रिपोर्टर – मंथली कितना जाता है ?
दुकानदार –  लगभग 50 से ऊपर जाता है… 
रिपोर्टर – अच्छा… 50 हजार ?
दुकानदार – हां… 
रिपोर्टर – थाने में भी ?
दुकानदार – हां थानों में तो फिक्स रहता है… 
दुकानदार – अगर बाइक के साथ पी कर पकड़ाएंगे तो 
दुकानदार – 25-30 हजार लेकर छोड़ देते हैं… 
दुकानदार – अगर थाने पर आ गए तो छोड़ने की बात ही नहीं है… 
दुकानदार – हमलोग पहुंच जाते हैं… 
रिपोर्टर – मतलब गाड़ी पकड़ ली तो छोड़ देंगे 25-30 हजार लेकर… 
रिपोर्टर – थाने पर पहुंच गए तो ?
दुकानदार – तो जल्दी नहीं… थाने पर पहुंचने के एक घंटे के अंदर में 
दुकानदार – अगर हुआ तो छोड़ दिया… 
दुकानदार – अगर यहां के रिपोर्टर्स को पता चल गया तब तो नहीं छोड़ेगा… 
दुकानदार – इससे पहले एक स्कॉर्पियो पकड़ी थी… 
दुकानदार – जिसमें लगभग 10 बोतल  थी… 
दुकानदार – 3 लाख रुपए लिए तब छोड़ा… 
 
(वीडियो में देखें पूरा शो)

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