पटना: बिहार में इस बार भी 12वीं का टॉपर फर्जी निकला. गणेश कुमार को उम्र और असली नाम छिपाकर परीक्षा देने के आरोप में जेल भेज दिया गया लेकिन जाते-जाते उसने आतंकी बनने की धमकी दे डाली. 12वीं के रिजल्ट के बाद पूरा बिहार उबल रहा है. छात्र गुस्से में हैं और गुस्सा सरकार के खिलाफ है.
बिहार की राजधानी पटना में जो छात्र फेल हुए उनका गुस्सा सातवें आसमान पर है. छात्रों ने बस पर इतने पत्थर फेंके कि उसे वापस ही ले जाना पड़ा. छात्रों के सामने जो भी आया, उसे तहस-नहस करने लगे. इंटरमीडियेट कौंसिल की बिल्डिंग के बाहर सड़क पर लेट गए और जब पुलिस पहुंची तभी भी ये टस से मस नहीं हुए.
छात्रों का कहना है कि जो कुछ हुआ, वो सिस्टम की बदौलत हुआ है और जब तक दोबारा कॉपियां चेक नहीं की जाती, उनका विरोध थमने वाला नहीं है. वहीं हाजीपुर में भी ऐसी ही तस्वीर देखने को मिलीं. यहां फेल हुए छात्रों ने नेशनल हाईवे जाम कर दिया. टायर जलाकर आग लगाई और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया.
गणेश को लेकर हुए नए खुलासे में पता चला कि उसकी उम्र 24 साल नहीं बल्कि 42 साल है. वो दो बच्चों का बाप है. लाइव सिटिज की खबर के अनुसार गणेश गिरिडीह में कई वर्षों तक चिटफंड कपनी का स्टाफ रह चुका है और तो और 1990 में वही वह मैट्रिक की परीक्षा पास कर चुका था.
इस बार बिहार में 8 लाख छात्र फेल हो गए है. ये नीतीश सरकार के ऐसे ही गड़बड़झाले का सबूत हैं लेकिन जो पास हुए, उनकी उम्मीदों पर गणेश जैसे लोग पलीता फेर रहे हैं.