नई दिल्ली : चुनाव आयोग के द्वारा राजनीतिक पार्टियों की संतुष्टि के लिए आयोजित किया जा रहा EVM हैकिंग चैलेंज ‘हैकेथॉन’ चुनाव आयोग के ऑफिस में शुरु हो चुका है. इस चैलेंज में शरद पवार की एनसीपी और सीपीआई (एम) हिस्सा ले रही हैं. केवल इन दोनों पार्टियों के तकनीकी विशेषज्ञों को ही ईवीएम को हैक करने का मौका मिल रहा है. बता दें कि चुनाव आयोग के द्वारा घोषित अंतिम तारीख तक इन दोनों पार्टियों को छोड़कर किसी अन्य राजनीतिक दल ने हैकेथॉन के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं कराया था.
चुनाव आयोग के प्रवक्ता ने कहा कि ईवीएम चैलेंज तय समय पर होगा. यह सुबह 10 बजे शुरू होगा और दोपहर दो बजे तक चलेगा. एनसीपी और माकपा ने इसके लिए अपने तीन-तीन प्रतिनिधि नामांकित किए हैं. चैलेंज एक साथ दो अलग-अलग हॉलों में आयोजित किया जाएगा.
चुनाव आयोग पहले ही साफ कर चुका है कि ये ईवीएम चैलेंज होगा, लेकिन इसे हैकॉथन नहीं कहा जा सकता. बता दें कि आप ने ईवीएम का मदरबोर्ड चेंज करने की इजाजत मांगी थी, लेकिन आयोग ने इसे खारिज कर दिया था. चुनाव आयोग ने कहा कि अगर मदरबोर्ड ही चेंज कर दिया तो वो असली ईवीएम कैसे रहेगा.
बता दें कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के बाद कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, बसपा से लेकर कुछ अन्य दलों ने ईवीएम मशीनों की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए थे और आरोप लगाया था कि ईवीएम से छेड़छाड़ संभव है. राजनीतिक दलों के आरोपों के मद्देनजर आयोग ने ईवीएम चैलेंज का आयोजन किया है,