नई दिल्ली: हमारी ये रिपोर्ट देखने के बाद आप एक निवाला खाने से पहले सौ बार सोचेंगे ? हमारी रिपोर्ट आपको ये सोचने को मजबूर कर देगी कि कौन सी सब्जी आप खरीदें या ना खरीदें ? कौन सा फल आप खाएं या ना खाएं ?
ज़रा सोचिए हम नाश्ते में जो फल खाते हैं उसमें धीमा ज़हर है. खाने में जो सब्जियां खाते हैं उसमें भी जहर है. हिंदुस्तान में ये धीमा जहर घर-घर पहुंच रहा है. क्या आपको मालूम है कि आपके फ्रिज में ‘लिवर बिगाड़ने वाला’ सेब है ? क्या आपको पता है कि ये पीले-पीले आम और केले आपकी किडनी खराब कर देंगे ?
हिंदुस्तान में शहर-शहर गांव-गांव ‘ज़हरीले’ फल-सब्जी का नेटवर्क फैला है ? इंडिया न्यूज़ आज आपको बताएगा कि लाल-लाल और चमकीला सेब कैसे इंसान का हार्ट अटैक तक करा सकता है. आखिर इस सेब में ज़हर कौन भरता है, कहां भरा जाता है ?
आज हम आपको उस खेत की तस्वीर दिखाएंगे जहां लौकी में ज़हर वाला इंजेक्शन दिया जाता है. परवल, करेला, टिंडा और तोरी जैसी हरी सब्जियों को ज़हर वाले रंग से चमकाया जाता है. रोज़ाना एक सेब खाएं, डॉक्टर के पास कभी ना जाएं. सेब खाने से हार्ट स्वस्थ रहता है, हड्डियां मजबूत होती हैं, लिवर से विषाक्त चीजें बाहर निकलती हैं.
इससे कैंसर तक का बचाव होता है लेकिन यही सेब हमको, आपको हम सभी को बीमार बना रहा है. सेहत बिगाड़ने वाले सेब की एक और सच्चाई आप सुनेंगे तो आप चौंक जाएंगे. ये देशी नहीं इम्पोर्टेंड सेब हैं . सेब की चमक और अंग्रेजी के इम्पोर्टेड शब्द को सुनकर लोग इसे मुंहमांगे दाम देकर खरीद लेते हैं. मोम की कोटिंग की वजह से सेब चमकीला और फ्रेश दिखता है.
दुकानदार मोम वाले सेब पर कपड़ा रगड़ते हैं तो चमक और बढ़ जाती है. विदेश से आए इस जहरीले सेब को करीब एक महीने तक मोम की कोटिंग के जरिए फ्रेश बनाकर दिखाया जाता है. ऊपर से जाली और स्टिकर लगाकर इसे और सजा दिया जाता है.