नई दिल्ली : गुड्स ऐंड सर्विसेज टैक्स (GST) को लेकर बीजेपी नेता सुप्रमण्यम स्वामी ने अपनी ही सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि अभी के आर्थिक हालात देखते हुए इसे लागू करना खतरनाक हो सकता है.
स्वामी ने यहां तक कह डाला है कि अभी जीएसटी लागू किया गया तो यह मोदी सरकार के लिए वॉटरलू साबित होगा, इसलिए इसे जुलाई 2019 तक टाल देना चाहिए.
वहीं GST में कई वस्तुओं पर ज्यादा टैक्स लगाए जाने से नाराज दिल्ली के व्यापारियों ने चांदनी चौक से लाल किले तक पैदल मार्च कर विरोध प्रदर्शन किया है. बता दें कि जीएसटी एक जुलाई से पूरे देश में लागू होने वाला है.
क्या होगा सस्ता
रोजमर्रा की चीजें सस्ती होने से आम जनता को राहत मिलेगी. अनाज, हेयर ऑयल, साबुन और कोयला जैसी वस्तुएं सस्ती हो सकती हैं. अगर कोयला सस्ता होता है तो बिजली लागत भी कम हो जाएगी.
चीनी, चाय, काफी और खाद्य तेल को पांच फीसदी की दर में रखा गया है. गेंहु, चावल, अनाज और दूध-दही जैसी आवश्यक चीजों को भी जीएसटी से छूट दी गई है. जीवन रक्षक दवाओं पर पांच फीसदी जीएसटी लगेगा.
क्या होगा महंगा
सोना, चांदी और महंगी कारें जैसी इस्तेमाल की जाने वाली चीजें जीएसटी लागू होने पर महंगी हो सकती हैं. छोटी कारों पर 28 प्रतिशत की दर के साथ एक प्रतिशत का उपकर (सेस), मध्यम आकार की कारों पर तीन प्रतिशत का उपकर(सेस), लग्जरी कारों पर 15 प्रतिशत का उपकर (सेस) लगेगा.
क्या है GST
GST का मतलब गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स है, जीएसटी पूरे देश के लिए इनडायरेक्ट टैक्स है, जो भारत को एक समान बाजार बनाएगा. जीएसटी लागू होने पर सभी राज्यों में लगभग सभी गुड्स एक ही कीमत पर मिलेंगे.